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19.6.16

गढ़वाल की 18 पहाड़ी सीटों पर चुनाव लड़ेगी प्रजामंडल पार्टी

An apeal for prajamandal party



आदरणीय महानुभाव,
सप्रेम वन्दे !!

उत्तराखण्ड का पर्वतीय क्षेत्र जो देश के हर वर्ग के जनमानस से किसी न किसी प्रकार से जुड़ाव रखता है व हमारे भारतवर्ष के इतिहास की गंगा, उसी पर्वतीय क्षेत्र के वीथियों से निकलती दिखाई देती है I इस इतिहास के श्रोत का संरक्षण को लेकर आज भी पहाड़ में रहने वाला व्यक्ति प्रयासरत है I हमारे गौरव व राष्ट्र कि शान से जाने जाना वाला पर्वतीय क्षेत्र आज संसार के तथाकथित उन कुरीति व परंपरा का शिकार हो रहा है जो आज एक आम जन मानस के हृदय को स्वीकार नही I भ्रष्ट तंत्र के अलावा आज पहाड़ का  जन मानस, जो एक प्रहरी के रूप में है, के साथ आज भी छलावा किया जा रहा हैI


विकास के नाम पर राज्य बनने के बाद कोई भी ऐसी योजना क्रियान्विन नहीं हुई है, जिसमे आम जनता की सहभागीता दर्ज जो I पहाड़ में विकास के नाम पे आज भी ऐसे प्रावधानों को प्राथमिकता दी जाती है जो व्यक्तिविशेष को लाभ, चाटुकार को खुश, पूंजीपति को आगामी चुनाव के लिए सहयोग के लिए प्रेरित करना व ठेकेदार जैसे तबके लाभान्वित हो सके, आम जनता बस ठगी सी महसूस करती है I ऐसे हालात में पहाड़ का आम जन मानस पीड़ित ही नही बल्किन अपनी आजीविका के लिए शहर की तरफ पलायन कर रहा है I पलायन अपनी क्षेक्षिक योग्यता के अनुसार नही बल्किन मजबूरी वश (पैसा कमाने ) के लिए किया जा रहा है I  यही नही आज पहाड़ में बढ़ावा मात्र माफिया वर्ग के लोगो को दिया जा रहा है तभी आपको शराब में नए ब्रांड डेनिस का आगमन, नशे को बढ़ावा देने वाली भांग कि खेती का लाइसेंस दिए जाने कि निति, बेतहाशा स्टोन क्रशर, खनन (अवैध), इत्यादि कार्य प्रबल रूप में दिखेंगे I

पहाड़ में आन्दोलन बहुतेरे हो रहे हैं लेकिन दुर्भाग्य यह है कि आन्दोलन विकास को लेकर नही बल्किन मूल भूत सुविधा को पूर्ण करने के लिए किये जा रहे हैं I गाँव में उद्योग खोलने, या तकनिकी शिक्षा, उच्चस्तर स्वास्थ्य सेवा इत्यादि के लिए लोग लड़ नही रहे बल्किन पिछले 16 सालो से पीने के पानी के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, गाँव में अस्पताल में एक चिकित्सक को लेकर लड़ाई लड़ी जा रही है, कहीं सड़क को लेकर, कहीं विद्यालय में शिक्षक को लेकर, आदि जैसे मुद्दों को लेकर आन्दोलन किया जा रहा है I जहाँ पिछले 16 सालो में यह सब पूर्ण कर जनता को विकास के लिए सोचना चाहिए था वहां आज भी विकास शब्द उनसे कोसो दूर है I

पिछले 16 सालो में राजनीति में रणबाकुरो ने मात्र जनता से वोट मांगने के लिए चुनाव के समय में नाटक समान कार्य किया और चुनाव लड़ने के लिए देहरादून/ऋषिकेश/दिल्ली/हरिद्वार जैसे क्षेत्र से लड़ने के लिए पहाड़ आये और जीतने के बाद फिर अपने गंतव्य स्थान में जाके गद्दी का सुख भोगने लग गएI

एक गंभीर सवाल कि ऐसा क्यों है कि गाँव में सुविधा के नाम पर अधिकतर योजनाये के कार्य प्रगति पर है, पिछले 4 साल से ऐसी कौन सी विडम्बना आ गयी थी कि योजनाये शुरू नही की गयी, जिनका कार्य पांचवे साल में ही प्रारंभ किया गया I अभी तक कार्य पूर्ण नहीं हुए हैं I यह स्पष्ट है कि यह सब सामाजिक स्वार्थ को ध्यान में न रखकर, बल्किन वोट की राजनीति के तहत किया जाता हैI

हमारा मानना  :

· पहाड़ में प्रत्याशी पैराशूट मॉडल की तरह नही होगा, प्रत्याशी पहाड़ में रहना व आम जन मानस के बीच का संघर्षशील व्यक्ति होना चाहिए I
· पहाड़ के जनमानस के मुद्दों पर विधायको की जवाबदेही तय हो इसके लिए विधानसभा में राजनितिक आन्दोलन के रूप में कार्य हो I
· पहाड में कुरीति को पनपाने वाली व मूल जड़ शराब को बंद कराया जाए I
· पहाड़ के संसाधनों के हिसाब से पहाड़ के लोगों के लिए रोजगार के साधन सृजित किया जाय I

कार्य योजना :

सभी बिन्दुओं पर कार्य करने के लिए आम जनमानस द्वारा एक राजनितिक पार्टी का आह्वान किया गया I प्रजामंडल संघर्ष का वो नाम है जो राजशाही के खिलाफ आंदोलनरत रहे श्रीदेव सुमन की शुरुआत व नागेन्द्र सकलानी, मोलू भरदारी की शहादत से सींची गयी थी I आज एक बार पुनः प्रजामंडल जैसा संघर्ष पहाड़ कि जरुरत बन गयी है I

· संविधान की मूल अवधारणा 'of the people, by the people & for the people' को आधार बनाकर एक राजनितिक पार्टी - प्रजामंडल पार्टी का गठन किया गया I

· पार्टी पहाड़ की जनता के नेत्रित्व में, पहाड़ की जनता के साथ, पहाड़ में बनायी गयी है I

· पार्टी का नेतृत्व उस संघर्षशील महिला शक्ति को दिया गया है, जिसने पहाड़ के संसाधनों को लेकर एक अभूतपूर्व इतिहास लिखा हुआ है I हाल ही में माफिया राज से टक्कर लेकर और माफियाओ को भगाने का अभूतपूर्व कार्य करने वाली मलेथा की महिलाए नेत्रित्व में है I

·  राज्य में पूर्ण शराब बंदी के लिए कार्य के कृतसंकल्पितI

·  पार्टी प्रारंभिक रूप में गढ़वाल की १८ पहाड़ी सीटों में चुनाव लड़ेगीI

पिछले 16 साल तक आप लोगों ने सत्ताधारी व राजनीति के रणबाकुरो को देख लिया, अब एक बार आम जन मानस की इस मुहीम को मजबूत करें I सत्ता परिवर्तन का कोरा आश्वासन तो नही, लेकिन सत्ता का नाजायज फायदा उठाने वालो पर रोक लगाने का सामर्थ्य होने के कारण आप लोगों को वचन दे सकते हैं I हमारी मुहीम को आपके सहयोग की जरुरत है I पहाड़ कि मूल अवधारणा को बचाने उतरी पहाड़ कि महिलाओं को आपकी सहायता की जरुरत है I

 "जरुरत है कथनी और करनी में समानता जो आपको प्रजामंडल में मिलेगी I मलेथा आन्दोलन इसका उदाहरण थाI"
"हम आंदोलनकारी थे, है और रहेंगे, बस अब सड़क के साथ विधानसभा में जनता के मुद्दों के लिए आंदोलनरत रहेंगे व विधायको कि जनता के प्रति जवाबदेही तय कराएँगे I"
"शक्ति जनता की, सत्ता जनता की, राज जनता का"
"तब राजशाही, अब भ्रष्ट व माफिया तंत्र को ख़त्म करेगा प्रजामंडल"

सहयोग :

· पार्टी को आम जन मानस तक पहुंचाने में सहायक बने I
· पार्टी के सदस्य बन पार्टी को मजबूत करें I
· मन व तन के साथ आर्थिक रूप से सहयोग की अपेक्षा भी है, आर्थिक सहयोग आपके सामर्थ्य व आपनी क्षमता के अनुसार करें I

सहायता हेतु खाता का विवरण:

Name of Account Holder: prajamandal party
Account Number : 001034029100001
Bank Name: Zila sahkari Bank limited, Kotdwar
Branch Name : Srinagar Garhwal.
IFSC Code: ICIC00ZSKTW

संपर्क:

· ईमेल : prajaamandal@gmail.com
· web: www.prajamandal.com
· whatsapp/ call: 7088423018, 9212270293
· फेसबुक: https://www.facebook.com/prajaamandal/
· Page : https://www.facebook.com/prajaamandal.party/?ref=br_rs
· पत्रावली : prajamandal, c/o shreeyantra Tapu Resort, Near D.G.B.R Camp, srinagar Garhwal, Uttarakhand.

Regards,
Sameer Raturi
sameerraturi@gmail.com

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