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12.3.22

भारत में केवल एक नेता की जरूरत है जो नई कांग्रेस बनाने की घोषणा करे

करणीदानसिंह राजपूत-

भारत में केवल एक नेता की  जरूरत है जो नई कांग्रेस बनाने की घोषणा करे। नया विधान और नया निशान हो। अब घोषणा हो ताकि सन 2024 के लोकसभा आमचुनाव से पहले  संपूर्ण देश भर में उठाव हो सके।  इसके बाद कॉन्ग्रेस का मानस बदल जाएगा स्वरूप बदल जाएगा और लोग जाग जाएंगे। केवल नामों में पदों में जिंदा रहने वाले लोग पूरे देश में खत्म हो जाएंगे। कॉन्ग्रेस इसलिए पिट रही है हार रही है कि उसमें से कोई एक भी व्यक्ति घोषणा नहीं कर रहा।


सोनिया गांधी राहुल गांधी प्रियंका गांधी के आगे नतमस्तक होकर कांग्रेस में परिवर्तन की मांग करने से पार पड़ने वाली नहीं है। इनको हटाए बिना,इनसे छुटकारा लिए बिना कांग्रेसी दिमाग के लोगों को जगा कर एकजुट करना बहुत मुश्किल है।

 इंदिरा गांधी ने नई कांग्रेस को जन्म दिया था और इंदिरा कांग्रेश सभी पर हावी हो गई थी। पावरफुल हो गई थी।आज फिर वही स्थिति आई है।वर्षों से मांग तो हो रही है हो रही है नेता बदलने की लेकिन सोनिया राहुल प्रियंका अभी क्यों नेता बने हुए हैं? नया मुखिया नेता बनाने के लिए  कांग्रेसी नेता इन्हीं को पत्र लिख रहे हैं इन्हीं से आशा कर रहे हैं कि कांग्रेस को मजबूत किया जाए।
हर नेता का समय होता है जब वह अपनी शक्ति से अपने दल को जगाए हुए रख सकता है। शक्तिशाली रख सकता है।
सोनिया राहुल प्रियंका में अब कोई पावर नहीं है जो पूरे देश में कांग्रेस के लोगों को जगाए  हुए रख सके और बहुत बड़ा परिवर्तन ला सके।

 भारतीय जनता पार्टी इस समय भारत में सबसे बड़ी और मजबूत पार्टी है और केन्द्र में उसका राज है। केंद्र में राज होने से उसकी मजबूती हजारों गुणा बढी हुई है।
उससे मुकाबला करने के लिए मजबूत कांग्रेस का होना जरूरी है।
अभी तो कुछ सालों से कांग्रेस पार्टी केवल तिनके जैसी बनी हुई है। तिनका भी मजबूत होता है लेकिन कांग्रेस पार्टी तिनके से भी भी कमजोर है।
130 करोड़ की जनसंख्या वाले देश में मजबूत कहलाने वाली कांग्रेस आज आलसी नेताओं के कारण ही टूट रही है बिखर रही है हार रही है रही है। क्या एक भी एक भी नेता ऐसा नहीं है जो अकेला नई कांग्रेस पार्टी की घोषणा कर सके। जब तक यह घोषणा नहीं होती तब तक कांग्रेस के धरती से जुड़े हुए कार्यकर्ता परेशान होते रहेंगे।
कोई वक्त था जब कांग्रेस पार्टी बहुत मजबूत थी केंद्र में सत्ता थी और अन्य दल खंड खंड थे। विपक्ष में एकजुटता नहीं हो पा रही थी। उस समय कांग्रेस का मुकाबला करना बहुत कठिन था।
आज भारतीय जनता पार्टी बहुत मजबूत पार्टी है और केंद्र में सत्ता है तथा विपक्ष खंड खंड हो रहा है।
वर्तमान स्थिति में नई कांग्रेस की घोषणा जरूरी है। घोषणा के बाद नया विधान और नया निशान भी होगा। सिसकती हुई बीमार कांग्रेस से कार्यकर्ता मुक्त हो जाएंगे। वर्षों से यह राजनीतिक मान्यता रही है कि सत्ता का प्रतिपक्ष मजबूत होना चाहिए।०0०
 दि. 11 मार्च 2022.
करणी दान सिंह राजपूत,
पत्रकार (राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)
 सूरतगढ़ (राजस्थान)
94143 81356.

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