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19.3.16

नवभारत टाईम्स मुंबई का भविष्य वसूलीबाज पत्रकारों के हाथ में

मुंबई एनबीटी में क्या छपेगा और क्या नहीं, इसका फैसला करते है दूसरे अखबारों के वसूलीबाज पत्रकार

टाईम्स गुप का हिंदी अखबार नवभारत टाईम्स (एनबीटी) मुंबई का सबसे बड़ा और लोकपिय अखबार है, जिसमें हर कोई अपनी खबर छपवाना चाहता हैं, लेकिन गत 1 फरवरी से ही इस अखबार की गरिमा पर चौतरफा सवाल उठाया जा रहा है कि आखिर इस अखबार को चला कौन रहा है। टाईम्स गुप या वसूलीबाज पत्रकार ? एनबीटी में छपने वाली ज्यादातर खबरें वसूलीबाज पत्रकारों से एनबीटी के पत्रकार ले रहे है। एनबीटी के पत्रकार घटनास्थल का दौरा किए बिना ही आफिस में बैठकर वसूलीबाज पत्रकारों से खबरें लेकर अपने दिनभर का कोटा पूरा कर रहे है। इसके एवज में वसूलीबाज पत्रकारों को आथिर्क लाभ मिल रहा है। इसलिए अब एनबीटी में छपी खबरों को कितना तवज्जों दिया जाए, इसपर आशंका बनी हुई है। एनबीटी में वसूलीबाज पत्रकारों द्वारा की जा रही खबरों की हेराफेरी को लेकर यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले कुछ ही दिनों में नवभारत टाईम्स का स्तर और नीचे गिर सकता है।


नवभारत टाईम्स ने दो पत्रकारों की नियुक्ति मुंबई महानगरपालिका के पत्रकार के तौर पर की है। यह दोनों पत्रकार बीएमसी हो रही दिनभर की हलचलों को एकत्रित करके उसे अच्छी खबर बनाकर एनबीटी को दे सके। इसके लिए इन दोनों ही पत्रकार की नियुक्ति महानगरपालिका के लिए की गई है। परंतु यह दोनों पत्रकार महानगरपालिका में कदम रखे बिना ही महानगरपालिका की खबरें एनबीटी को मात्र वसूलीबाज पत्रकारों के भरोसे पर दे रहे है। महानगरपालिका में खबरों को छापने के बदले में हर दिन व हर महीने पैसे कमाने वाले कुछ दल तैयार हुए है। इसी तरह की एक वसूलीबाज टोली नवभारत, हमारा महानगर और सामना नामक अखबारों के पत्रकारों द्वारा चलाई जा रही है। इन अखबारों के वसूलीबाज पत्रकारों द्वारा भेजे जाने वाली खबरों को एनबीटी में पाथमिकता दी जा रही है, और नवभारत टाईम्स के पन्ने को बेझिझक भरा जा रहा है।

इन तीनों वसूलीबाज पत्रकारों द्वारा भेजी जा रही खबरें नवभारत टाईम्स में लगातार छापी जा रही है, जिसके लिए इन वसूलीबाज पत्रकारों को महानगरपालिका से मोटी कमाई मिल रही है। हर रोज मिलने वाली मोटी कमाई के लालच में इन तीनों वसूलीबाज पत्रकारों ने राजकीय नेताओं से अपने अखबार समेत एनबीटी में मनमानि खबरों को छपवाने का जिम्मा ले लिया है। यह तीनों वसूलीबाज पत्रकार सारे राजकीय नेताओं से अब यह कहने लगे है कि नवभारत टाईम्स में छपने वाली खबरें का चयन हमारे जरिए ही होता है, इसलिए आपकी कोई भी खबर हम अपने अखबार के साथ-साथ नवभारत टाईम्स में भी छपवा सकते है। बहरहाल महानगरपालिका में अब यह सुगबुगाहट तेज हो गई है कि क्या नवभारत टाईम्स में वसूलीबाज पत्रकारों (नवभारत, हमारा महानगर, सामना) का राज आ गया है। महानगरपालिका के वरिष्ठ पत्रकारों ने इन वसूलीबाज पत्रकारों को सचेत करने की भी कोशिश की, लेकिन इन वसूलीबाज पत्रकारों ने उन्हें यह कहकर फटकार दिया कि अब महानगरपालिका में एनबीटी के जो पत्रकार आ रहे है, वह हमारे दल के लोग है। इसलिए हमें किसी बात की कोई चिंता नहीं है।

Berkya Patrakar
bhandafoda@gmail.com

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