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27.1.20

हिन्दुस्तान भागलपुर के एडिटोरियल की स्थिति विस्फोटक, संपादक की वजह से स्टाफ में रोष


भागलपुर में हिन्दुस्तान के एडिटोरियल की हालात गंभीर होती जा रही है। यहां विस्फोटक स्थिति होती जा रही है। संपादक के चुनींदा लोगों को छुट्टी देने और उनकी बतमीजी वाली भाषा की वजह से यहां के सभी स्टाफ (कुछ को छोड़कर) में स्थानीय एडिटर की तानाशाही और पागलपनी चलते रोष फैलता जा रहा है।


हालात यह है कि यहां के स्थानीय संपादक हर किसी से गाली गलौच और बतमीजी से पेश आते हैं। यहां के स्टाफ जरूरी काम से छुट्टी लेना चाहे हो अमूमन उन्हें मिलती नहीं अगर मिल भी गई तो भारी तनाव के बीच। और तो और लौट छुट्टी से लौटकर आने पर पता चला उनकी छुट्टी रिजेक्ट हो गई और इसके चलते उनकी सैलरी भी कट गई। उनके चमचों को छोड़कर किसी को जल्दी छुट्टी भी नहीं मिलती न डेस्क और न रिपोर्टिंग में।

ऐसा नहीं है कि पटना और दिल्ली में हेडक्वार्टर में इस ऐडिटर के अंदाज की सूचना नहीं है। लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं होना दर्शा रहा है।

एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.

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