SANJEEV SHRIVASTAVA-
श्रीमान सत्यवादी!
एक सत्यवादी रिपोर्टर ने सेनापति की तरह सीना तानकर पूछा - टिकैत एक बात पर टिकते क्यों नहीं?
एक सत्यवादी एंकर गुरुभक्त आरुणि की तरह स्क्रीन पर ही लेट गया और टिप्पणी की - टिकैत आखिर चाहते हैं?
एक सत्यवादी नेता मामा शकुनि की तरह बोल बैठा - टिकैत को कोई भड़का रहा है।
गोयाकि पहली बार किसी इंसान को भाप का इंजन बनते देखा, जिसमें कोई कोयला डाल कर शोला भड़का रहा था!
एक सत्यवादी पुलिस ने सवालों का नोटिस चिपकाया -
इंसाफ के डगर पे ईमानदारी से दिखाओ चल के!
तो सत्यवादी टीवी दर्शकों के समूह में राजा हरिश्चन्द्र की आत्मा ने करवट ले ली और पूछ बैठा -
इस देश में आखिर चल क्या रहा है?
सच, साल 2021 में सतयुग आने वाला है!
गोल चक्कर तक आ चुका है
न्यूज़ की फिल्म सिटी में समाने वाला है।
अपना अपना द्वार भी खोल के रखिएगा जैसे दीवाली की रात
साक्षात लक्ष्मी की अगवानी की जाती है;
2020 से पहले चाहे जितने सौ चूहे खा लिए हों
बस डकार मार कर मटरमाला जपते रहिए ;
हर पाप धुलने वाला है
ये हर नामुमकिन के मुमकिन होने का समय है
जादू का पिटारा सिम सिम खुलने वाला है!
- संजीव श्रीवास्तव
sanjeevsdelhi@gmail.com
30/01/21
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