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18.5.23

तो क्या अटल बिहारी वाजपेयी और श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी घुटने टेकने वाले नेता थे नड्डा जी ?

चरण  सिंह राजपूत -

बेशर्मी की पराकाष्ठा है मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले देश को भ्रष्ट और घुटने टेकने वाला बताना

क्या सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा गीत भी मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद लिखा गया है ? क्या भाखड़ा नागल बांध भी मोदी के पीएम बनने इ पहले बना है ? क्या बैंकों का एकीकरण भी मोदी के पीएम बनने के बाद किया गया है। क्या 1965 और 1971 का युद्ध भी मोदी के पीएम बनने के बाद जीता गया है ?  क्या देश परमाणु शक्ति भी मोदी के पीएम बनने के बाद हुआ है ? क्या सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, गांधी, लोहिया, जेपी सब भ्र्ष्ट और घुटने टेकने वाले थे ? बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कर्नाटक में दिए गए बयान से तो ऐसा ही लग रहा है।  दरअसल जेपी नड्डा ने कर्नाटक विधान सभा चुनाव में कहा है कि मोदी के पीएम बनने से पहले देश भ्रष्ट और घुटने टेकने वाला था। नड्डा का यह बयान ने केवल आज़ादी के बाद के सभी नेताओं और लोगों का अपमान कर रहा है बल्कि आजादी की लड़ाई में सब कुछ न्यौछावर करने वाले क्रांतिकारियों की शहादत को भी बेकार साबित कर रहे हैं। नड्डा का यह बयान मोदी के पीएम बनने से पहले सेना के जवानों को भी कायर बताने वाला है।


कहा जाता है कि जो लोग अपने पूर्वजों का अपमान करते हैं उनका अंत करीब होता है। ऐसा ही बीजेपी के नेता अति अहंकार में कर रहे हैं। भले ही देश के नेता किसी भी पार्टी के रहे हों देश के लोग किसी भी जाति और धर्म से रहे हों पर सभी आज की पीढ़ी के पूर्वज हैं। बीजेपी के नेता हैं कि ऐसा माहौल बना रहे हैं कि जैसे मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले देश में कुछ नहीं था। सभी नेता भ्रष्ट थे। सभी घुटने टेकने वाले थे।

 मतलब नेहरू, पटेल, लोहिया, जेपी तो छोड़ दीजिये खुद अटल बिहारी वाजपेयी और श्यामा प्रसाद मुखर्जी को भी नहीं बख्श रहे हैं। इनकी नजरों में आजादी की लड़ाई लड़ने वाले क्रांतिकारी घुटने टेकने वाले थे। मतलब कार्यकर्ता, विधायक सांसद और मंत्री तो छोड़ दीजिये खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह बयान दिया है। जेपी नड्डा को क्या पता नहीं है कि मोदी से पहले अटल बिहारी वाजपेयी की भी सरकार रही है। नेहरू सरकार में श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी मंत्री रहे हैं। आयरन लेडी इंदिरा गांधी की भी सरकार रही है। हमने पाकिस्तान से दो युद्ध जीते हैं। भारत ने हमेशा अपनी ताकत का लोहा मनवाया है वह बात दूसरी है कि पहले मीडिया जनता के लिए काम करता था और अब मीडिया सत्ता और पावरफुल लोगों के लिए काम करता है। जिसके बल पर बीजेपी के नेता बोल रहे हैं।

यह बीजेपी का बनाया हुआ माहौल ही कि फिल्म अभिनेत्री कंगना राणावत ने तो देश के आज़ाद होने की बात मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बात कर दी।

दरअसल बीजेपी ने हिन्दू मुस्लिम का देश में ऐसा माहौल बना दिया है कि लोग इस भ्रम जाल से निकलने के लिए तैयार नहीं हैं। यह माहौल आज की पीढ़ी को मानसिक रोगी बना रही है। विवेक खत्म कर रही है। नफरत का जहर घोल रही है।

यह भी अपने आप में दिलचस्प है कि ये वे लोग हैं जो अंग्रेजों के पैरोकार रहे हैं। हिन्दुओं के मन मन में मुस्लिमों के प्रति नफरत पैदा करने वाले इन लोगों ने जिन्ना की मुस्लिम लीग के साथ मिलकर बंगाल में संविद सरकार बनाई थी। ये वे लोग हैं जो भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध कर रहे थे। जहां सावरकर महारानी विक्टोरिया से माफ़ी मांगकर अंडबार निकोबार जेल से बाहर आये थे। उनके बाहर आने की शर्त ही यह थी कि वे जेल से बाहर आकर अंग्रेज़ों का साथ देंगे। संविद सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तत्कालीन गवर्नर को पत्र लिखा था कि हम लोग भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध कर रहे हैं। उस समय श्यामा प्रसाद मुखर्जी की अगुआई में बंगाल में भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध हो रहा था।

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