Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

10.1.22

फ़ेक न्यूज़ समाज के लिए ख़तरनाक, हो चुकी है सैकड़ों मौतें : डॉ मनीष जैसल

मंदसौर विश्वविद्यालय के सूचना और पुस्तकालय विभाग द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया

फ़ेक न्यूज़ से बचाव के  टूल्स एंड टेक्निक विषय पर आयोजित इस कार्यशाला में फ़ैक्टशाला के मीडिया ट्रेनर डॉ मनीष जैसल बतौर प्रशिक्षक उपस्थित रहे। डेटा लीड्स और इंटरन्यूज़ पूरे देश में फ़ेक न्यूज़ और मिसइन्फ़ॉर्ममेशन  से जुड़े पहलुओं को लेकर जन जागरूकता अभियान चला रहा है। 

मंदसौर विश्वविद्यालय के लाइब्रेरी एंड इंफ़ोरमेशन साइंसेस के विभाग प्रमुख तथा कार्यशाला आयोजक डॉ रविंद्र कुमार ने बताया कि इस कार्यशाला में मालवा क्षेत्र के क़रीब 100 से अधिक प्रतिभागी जुड़े थे । विभाग लम्बे समय से सूचनाओं के आदान प्रदान को और तकनीक सम्पन्न बनाने पर ज़ोर दे रहा है।

कार्यशाला के उद्बोधन के दौरान आईटीएम विश्वविद्यालय ग्वालियर के सहायक प्रोफ़ेसर और मीडिया ट्रेनर मनीष जैसल ने बताया कि इस दौर में फ़ेक न्यूज़ समाज के लिए ख़तरनाक है । इससे युवाओं को बचना चाहिए । प्रतिवर्ष फ़ेक न्यूज़ से सैकड़ों मौतें होती है जो कोरोना वायरस से हुई मौतों से भी अधिक ख़तरनाक है ।

एक दिवसीय कार्यशाला के  तकनीक सहायक तथा सहायक प्रोफ़ेसर  डॉ ए के पॉल ने बताया  कि विभाग ऐसे कई आयोजन समय समय पर करता रहता है । जिससे सूचना के इस युग में युवाओं को मार्गदर्शित किया जाता रहे । कार्यशाला में देश भर से जुड़े 100 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया ।

No comments: