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3.1.08

लड़कियों यदि तुम घर से बाहर निकली तो तुम्‍हारे साथ भी यही होगा

मीडिया जगत में इन दिनों एक खबर पर सबसे अधिक चटकारे लिए जा रहे हैं और यह खबर मुंबई में 31 तारीख की रात दो लड़कियों के साथ की गई बदसलूकी को लेकर है। कुछ इस लड़की को गलत ठहरा रहे हैं और कमिशन साहब के उस बयान का पुरजोर समर्थन करते हैं कि महिलाओं को घर की चारदिवारी में ही रहना चाहिए। कुछ लोग कह रहे हैं कि जरुर इन लड़कियों ने भीड़ का उकसाया होगा, जरुर आधी नंगी होंगी, वरना सड़क पर चलती हर लड़कियों के साथ क्‍यों नहीं छेड़छानी होती है। सही बता रहा हूं मुझे रोना आता है कि ऐसे लोगों की मानसिकता पर जो कि इस घटना के बाद भीड़ के द्वारा किए गए धिनौने कार्य को ढ़कने का प्रयास कर रहे हैं और कह रहे हैं कि लड़कियों यदि तुम घर से बाहर निकली तो तुम्‍हारे साथ भी यही होगा। हम सब पर पुरुषवादी मानसिकता पूरी तरह हावी है। वैसे भी महिलाओं को कभी बराबरी का दर्जा दिया ही नहीं गया है। यह तो बस एक उपभोग की वस्‍तु है जिसकी जरुरत रात में बिस्‍तर पर या घर के कामकाज के लिए पड़ती है । लेकिन आप को कुछ ऐसे लोग भी मिल जाएंगें जो कि महिलाओं की सफलता के लंबे चौड़े बखान देंगे। लेकिन यह तो और शर्म की बात है कि एक ओर हमारे देश में नवरात्र में लड़कियों की पूजा की जाती है और दूसरी ओर इन्‍ही के साथ्‍ा वह सब किया जाता है जो कि जानवर भी नहीं करता है । खैर अब यह आपके हाथ में है कि जो आप करने जा रहे हैं, यही यदि आपके घर के किसी सदस्‍य के साथ हो तो आपकी क्‍या प्रतिक्रिया होगी ।

जय भड़ास
आशीष महर्षि

4 comments:

Ankit Mathur said...

काफ़ी शर्मनाक एवं निंदनीय कृत्य है,
दोषियों को कडी सज़ा मिलनी चाहिये।
और पुलिस को जवाब देना होगा कि
स्त्री सुरक्षा के नाम पर वो हिजडे क्यों
बन जाते हैं और अनाप शनाप एवं
अनर्गल बयान बाज़ी करते हैं।
कमिश्नर ने गलत बयान दिया है, उनसे
स्पष्टीकरण मांगा जाना चाहिये।

Vivek Ranjan Shrivastava said...

मैं सोचता हूँ कि क्या कारण है कि १६ साल की बडी बहन भी ६ साल के छोटे भाई का हाथ पकड़कर घर से बाहर स्वयं को सुरक्षित महसूस करती है .......?
कैसी सामाजिक संरचना का हिस्सा हैं हम सब ...?
विवेक रंजन श्रीवास्तव
vivekranjan.vinamra@gmail.com

राजीव तनेजा said...

एक बार फिर शराफत के नाम पे हैवानियत की कालिख पोत दी गई.....

Anonymous said...

nage logo ki vakalat mahilao ki ajadi ke nam par nahi ki ja sakti. garibi ke chalta nagi aurat ke liye sahanubhuti upjati hye lekin sauk me nagi hon vali aurt keprati ghin. aub kuch ghinaune log unke sath koei badtamiji kar hi de to unhe keise roka ja sakta hye....