Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

10.1.08

म्हारे देस का नाम रोसन हो गया

म्हारे देस पधारों (राजस्थान) के विश्वप्रसिद्ध धार्मिक स्थान पुष्कर मे विदेशी युवती के साथ जो कुछ हुआ और दुसरे साथ लगते इतिहासिक शहर उदयपुर मे भी दुसरी विदेशी सेलानी के साथ गेस्ट हाउस के कर्मचारी द्वारा जो बलात्कार की घटना हुई .ओर कुछ दिन पहले नये साल की रात कुछ शरारती भाईओ ने अपनी ही बहनों के कपड़े फाड़ डाले .
इस का परिणाम क्या होगा .लगता हे आने वाले समय मे ओरते सडक पर तो क्या शायद अपने घर मे भी सुरक्षित
ना रहे .यह एक बहस का विषय हें . आखिर क्या कारण हें की एसी घटनाए दिन प्रति दिन बढती जा रही हें
कोन दोषी हे ? मीडिया जो आज कल अपनी टीरपी बढाने के लिय कुछ भी परोस देते हे ? फ़िल्मे जिसे समाज मे
सार्वजनिक तोर पर करना बुरा माना जाता हे (चुम्बन जेसे गर्म दृश्य)खुब दिखा रहे हे? या हमारी बडती अर्थव्वस्था
जो लोगो को अपने आप को पश्चिम रंग मे रंगने का भ्रम पाले हुई हें
जय भडास
गुलशन खट्टर युरोप

No comments: