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18.1.08

आज बहुत खुश हूँ में ?

सभी लिखने वालो को मेरा नमस्कार .......................
अभी यशवंत जी का फ़ोन आया ....
फीड बेक यानी प्रति पुष्टि से मेरी आंखो में नमी आ गई शायद जागते हुए हिन्दुस्तान को देख पाने का सुख इस का कारण है ....आखिरकार मेरी कल्पना सच हुई .................सवाल यही उठता है की आख़िर इन ब्लोगों की परिभाषा बदल क्यों रही है .....एक चैनल में प्रतिबंधित ब्लोगों से आख़िर क्या होगा? सच तो यह है कि वो लोग इन ब्लोगों की ताकत को जान चुके है ,,,,,लेकिन उनकी यह कोशिश हम सफल नही होने देंगे .......... ढेर सारे तेवरदार ब्लागों की पत्रकारिता को मेरा सलाम भड़ास, मोहल्ला, कस्बा...लंबी लिस्ट है। सफल पत्रकारिता की सफलता को मेरा सलाम। फोन नम्बर हटाने का मकसद मेरा डरना कतई नही है ...सिर्फ गुरू जी है जो मुझे ब्लोग्स तक लेकर आये, उनका आदेश है जो वास्तव मे अच्छा था....................उम्र में बहुत छोटा हू पर आप सभी से एक अनुरोध्कर्ता हू की एक चैनल में प्रतिबंधित ब्लोगों पर अपनी राय दे। अब हमको पहल करनी है।

1 comment:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

मेरे प्यारे भाई, आपने यशवंत दादा कई बात पढी़ न ? ऐसे तेवर ही जिधर कदम रख देते हैं रास्ता बन जाता है और हमारा सौभाग्य है कि हम उनके संग चिपक सके हैं । अब देखो कि भड़ासी कैसे सब हरामियों को उनके बाप का पता बताते हैं । तुम डरना मत मेरे शेर ,ये कुत्ते तुम्हारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं बस दहाड़ते रहना ।