भारत मे बहू बेटियों का अपमान कोई नई बात नही हें यह तो सदियों से होता आ रहा हें. जगत् जन्ननी माता सीता का अपमान रावन द्वारा भारत मे ही हुआ था द्रोपती का चीर हरन इसी भारतीये समाज मे विद्वान पडितो के सामने हुआ था ओर अभितक हो रहा हे .ये समाज नाम का जो जानवर हें हाथी की तरह हें जिस के दात् खाने के और दिखाने के और हें .उडिसा मे एक लड्की को सड़क पर नग्न कर के इस समाज के कुछ तथाकथित लोगो ने ही मारा पिटा था और अभी
३१ दिसंबर की रात जो कुछ हुआ वो हमारे भारतीये समाज के कुछ लोगो की कुठित मानसिकता ही हें .ये बहुत सारे ढोगी लोगो का समुह जहा दूर्गा ओर काली मा की उपासना कर के अपने को भाग्यशाली समझता हें .वही नारी को वासना-वस्तु समझ कर झपट पडता हें ,और इसी समाज के कुछ तथाकथित चोकीदार पहरुये सारा दोष नारी जाति पर डाल देते हें कि पश्चिम सस्कृति की नकल कर समाज मे अशललिता फ़ेला रही हें मै समझता हू की पश्चिमी समाज हम से ज्यादा सभ्य हे मे पिछ्ले दस सालो से युरोप मे हु ओर अगर एसा होता तो युरोप मे हर रोज ओरतो के साथ बलात्कार होता क्योकि गर्मियो मे यहाँ लड़कियों के तन पर नाम मात्र कपडे होते हें कुछ एसी कमिया हे हमारे मे कुछ लोगो की वजह से सारे समाज को शर्मिन्दा होना पडता हे
जय भड़ास
गुलशन खट्टर (पोर्तगाल)
3.1.08
भारत मे नारी का अपमान
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1 comment:
इस विषय पर ऐसा लिखने और स्त्रियों की स्वतंत्रता के अधिकार के पक्ष मे लिखने के लिए धन्यवाद ।
घुघूती बासूती
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