Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

4.1.08

इट हैपेन्स वनली इन इंडिया....!!!











साभारः एक मित्र द्वारा भेजे गए ई-मेल से चोरी

6 comments:

रीतेश said...

भाई साहब, बढ़िया संग्रह है...

आनंद प्रधान said...

Achi tasviren hain. Maja aa gaya inhe dekhakar.

अफ़लातून said...

'वनली' : ओनली इन भड़ास ।

अफ़लातून said...

'वनली' : ओनली इन भड़ास ।

Unknown said...

aapki tasvire kafi achi h...mera m bhi kuch aisa hi krna chahungi

Unknown said...

aapki tasvire kafi achi h...m bhi kuch aisa hi krna chahungi