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8.12.15

हिन्दुस्तान के नोएडा ब्यूरो में एनई विवेकानंद त्रिपाठी का आतंक

नोएडा में हिन्दुस्तान समाचार पत्र के समाचार संपादक विवेकानंद त्रिपाठी आजकल आतंक का पर्याय बन गए हैं। गुरूवार को प्रात: कालीन बैठक में हद हो गई। एक खबर को लेकर वरिष्ठ स्थानीय संपादक प्रताप सोमवंशी ने विवेकानंद त्रिपाठी को जिम्मेदार ठहरा दिया। जिससे विवेकानंद त्रिपाठी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। यह खबर एक महिला रिपोर्टर ने लिखी थी। प्रताप सोमवंशी के बैठक से जाने के बाद विवेकानंद त्रिपाठी ने महिला रिपोर्टर को बुरी तरह हड़काया। इतना ही नहीं अपशब्द का प्रयोग करते हुए, जो यहां नहीं लिखा जा सकता है, गुस्से में लाल-तेज हो गए। इस वाकये के वक्त मेट्रो एडीटर अजय शुक्ला मौजूद थे।


विवेकानंद त्रिपाठी का यह कोई पहला कारनामा नहीं है। इससे करीब छह महीने पहले अपने साथी डिप्टी न्यूज एडीटर प्रशांत झा से बदसलूकी की थी। तब भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया और खुद ही प्रताप सोमवंशी से शिकायत कर दी। प्रशांत झा को नोएडा से हटवा दिया। करीब दो महीने पहले ग्रेटर नोएडा के ब्यूरो चीफ पंकज पाराशर से भी इसी तरह अभद्रता कर चुके हैं। पंकज पाराशर के खिलाफ भी प्रताप सोमवंशी के कान भरे। प्रताप सोमवंशी ने चेतावनी दी थी। गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा की टीम विवेकानंद त्रिपाठी के आतंक से त्रस्त है।

यह हालत तब है जब हिन्दुस्तान के प्रधान संपादक शशि शेखर, सीनियर एक्जीक्यूटिव एडीटर सुधांशू श्रवास्तव और वरिष्ठ स्थानीय संपादक इसी कार्यालय में बैठते हैं। सारा कुछ शशि शेखर की नाक के नीचे हो रहा है। बस पूरा स्टाफ दबाव में काम करने का मजबूर है।

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