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31.7.18

भिवानी में गुप्तचर विभाग के कर्मचारी मीडियाकर्मियों के माध्यम से जानकारी जुटाते हैं

भिवानी : किसी भी प्रदेश के गुप्तचर विभाग को उस प्रदेश की सरकार का आंख, कान व नाक माना जाता है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में होने वाली हर गतिविधि पर गुप्तचर विभाग के कर्मचारियों की पैनी नजर होती है और दिन भर घटने वाली हर महत्वपूर्ण गतिविधियों को अपने स्तर पर जुटाकर अपने विभाग के प्रमुख के पास भेजते हैं। लेकिन भिवानी में गुप्तचर विभाग के कर्मचारी अपने स्तर पर नहीं बल्कि मीडियाकर्मियों के माध्यम से ही हर जानकारी जुटाते हैं और विभिन्न पत्रकार वार्ताओं में भी मीडियाकर्मियों की बजाए प्रथम पंक्ति में बैठे नजर आते हैं।


गत दिनों भिवानी के लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में आयोजित पूर्व सीपीएस राव दान सिंह, भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राम अवतार शर्मा व नगर सुधार मंडल स्थित एक रैस्टारेंट में लोकतंत्र सुरक्षा मंच के युवा प्रदेश अध्यक्ष राव रमेश पायलट की पत्रकार वार्ता में ऐसा वाक्या देखने को मिला जब गुप्तचर विभाग के कर्मचारी पत्रकारों के साथ ही बैठे नजर आए। पत्रकार वार्ता से लेकर रिफ्रेशमेंट परोसे जाने तक गुप्तचर विभाग के कर्मचारी वहां मौजूद रहे। इनके अलावा अनेक पत्रकार वार्ताओं में ये कर्मचारी मौजूद रहते हैं।

रावदान सिंह को जब इसका पता चला तो उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से ऐतराज भी जताया। यहां उल्लेखनीय होगा कि गत वर्ष चण्डीगढ़ में हरियाणा सचिवालय में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के कार्यालय की जासूसी करते हुए स्वयं अनिल विज ने गुप्तचर विभाग के एक कर्मचारी पकड़ा था। भिवानी में गुप्तचर विभाग व पुलिस अधीक्षक सुरक्षा शाखा के कर्मचारियों की इस कार्यशैली के चर्चे विभाग के प्रमुख तक भेजे जा चुके हैं।


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