देश में बे-कार(बेरोजगार ) लोगों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है, ऐसे में टाटा ने बाज़ार में एक्लाखिया कर उतार कर लोगों को नया चस्का लगा दिया है. और इसे नाम दिया है क्रांति. अरे अभी तक मोबाइल क्रांति को लोग सिर पकड़ कर रो रहें हैं. ये बड़े घराने वाले भी ... बस पूछिये मत ...!
10.1.08
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1 comment:
मोबाइल ने गरीबो को किस तरह नुकसान पहुंचाया? हर बदलाव के लिए रोना क्या बहुत जरूरी है?
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