एक वेबसाइट है मल्टीप्लाई डाट काम। multiply.com। वो लोगों की खुद की वेबसाइट अपनी साइट पर बनवाती है। वहां एक सज्जन हैं राजीव तनेजा साहब। उन्होंने जो अपनी वेबसाइट वहां बनाई है उसमें ब्लाग के सेक्शन में भड़ास की पोस्ट पूरी की पूरी आ रही हैं। आप यहां क्लिक करके इसे देख भी सकते हैं।
दरअसल आज गूगल पर भड़ास शब्द लिखकर सर्च कर रहा था तो यह दिखा। मैं यह समझ नहीं पा रहा हूं कि क्या तनेजा साहब का ऐसा करना उचित है या नहीं? उनके ब्लाग सेक्शन में केवल ब्लाग का नाम होता तो समझ में आता, ब्लाग की पोस्ट का सारांश होता और विस्तार से पढ़ने के लिए क्लिक कर मूल ब्लाग पर जाने को कहा जाता तो समझ में आता। लेकिन वहां ऐसा कुछ नहीं बल्कि भड़ास की पोस्ट पूरी की पूरी वहां पड़ी हुई है।
मैं अपने उन ब्लागर मित्रों से जानना चाहता हूं जो तकनीक के जानकार हैं कि ऐसा करना क्या उचित है? मैं अभी तक अपनी कोई राय नहीं बना पाया हूं इसलिए आप लोगों से सलाह ले रहा हूं।
मैने मल्टीप्लाई डाट काम को मेल करके पूछा है कि आप ऐसा किस आधार पर कर रहे हैं।
जय भड़ास
यशवंत
2.1.08
ब्लागर मित्रों से मदद चाहिए
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3 comments:
महोदय आप किसी आई टी एक्सपर्ट से सलाह लो
यशवंत जी नमस्कार,
जैसा कि मैँने आपके मेल के रिप्लाई में बताया है कि मल्टीप्लाई पर मेरी साईट है और वो आपको अपने ब्लॉगज़ को मल्टीप्लाई की साईट पर दिखाने की सुविधा देती है..मैँ भी आपके भडास ब्लॉग का मैम्बर हूँ...इस नाते मल्टीप्लाई ने अपने आप ही भडास की पोस्टस को दिखाना शुरू कर दिया....
अगर आपको इससे दिक्कत है तो चैक कर के देखता हूँ कि इसे कैसे हटाया जा सकता है.....
महोदय,
इंटरनेट , ब्लागिंग वसुधैव कुटुम्बकम की शाश्वत भावना का ही नवाचार है .
मेरी समझ में यदि कापीराइट जैसी कोई गंभीर समस्या न हो तो , हमें उदार दिल से काम लेना चाहिये . वैसे सैद्धांतिक रूप से यह गलत तो लगता है .पर है तकनीकी गलती ही . जिसे स्वीकारते हुये ही तनेजा जी ने स्वयं ही उसे हटाने हेतु पहल भी की ही है .
विवेक रंजन श्रीवास्तव
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