जीवीएल नरसिम्हा राव की यह पुस्तक, ‘Democracy at Risk/Can We Trust Our Electronic Voting Machines?’ 2010 में प्रकाशित हुई थी जिसमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी का खुलासा किया गया है. इसकी प्रस्तावना एल के अडवानी ने लिखी है और इन दोनों विद्वानों ने मांग की है कि दुनिया के तमाम विकसित देशों की ही तरह EVM से मतदान बंद कराया जाय या इसके साथ अमेरिका की तरह Voter Verified Paper Audit Trail (VVPAT) प्रणाली की व्यवस्था की जाय. विस्तार से शीघ्र ही.
आनंद स्वरूप वर्मा
12.3.17
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