With a total strength of 407 Indian Police Service (IPS) officers in Uttar Pradesh, the Akhilesh Yadav Government made transfer orders of 2454 IPS officers during its regime during March 2012 to March 2017. This fact has been revealed by the information provided to RTI activist Dr Nutan Thakur by IG (Karmik) UP P C Meena.
As per the RTI information, there are 78 officers who were transferred on 10 or more occasions during this 05 year period. Of them Umesh Kumar Srivastava got transferred 20 times, while Anees Ahmad Ansari 18, Rajendra Prasad Pandey 17 and Dilip Kumar was transferred 16 times. 05 IPS officers, including recently suspended Himanshu Kumar were transferred 15 times each.
215 IPS officers were transferred 05 or more times during this 05 years period.
Among the least transferred officers were Sanjay Tarde who was transferred once to CBCID and remained there all through and Kamal Saxena who was transferred once to the Home Department.
As per the RTI information, among the IPS officers suspended during this period, IG Amitabh Thakur was kept suspended for a maximum of 10 months while most others got reinstated within a few days or 2-3 months.
As per this information, an IPS officer in Uttar Pradesh is transferred 27.3 times during his career. Among them IG Pramod Kumar Mishra has been transferred 55 times in his entire career of 33 years while IG Vijay Kumar Garg has been transferred 52 times, DIG Umesh Kumar Srivastava and IG R K Swarnkar 51 times and Gopal Lal Meena 50 times. There are 50 IPS officers in UP Cadre who got transferred 40 or more times in their career.
As per Nutan Thakur, this rapid transfer during Akhilesh Raj meant an average of 1.3 IPS officers transfer per day for the 05 year period, while it also meant that an average of 6 transfers per IPS officer.
आरटीआई: अखिलेश राज में 2454 आईपीएस के तबादले
उत्तर प्रदेश में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अफसरों की कुल संख्या 407 है. इसके विपरीत अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री काल में मार्च 2012 से मार्च 2017 की अवधि में उत्तर प्रदेश में कुल 2454 आईपीएस अधिकारियों के तबादले हुए थे. यह तथ्य आरटीआई कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर को आईजी कार्मिक, उत्तर प्रदेश पी सी मीना द्वारा दी गयी सूचना से सामने आया है.
आरटीआई सूचना के अनुसार यूपी में 78 आईपीएस अफसर ऐसे हैं जिनका इस 5 साल की अवधि में 10 या उससे अधिक बार तबादला हुआ. इनमे उमेश कुमार श्रीवास्तव के सर्वाधिक 20 तबादले हुए जबकि अनीस अहमद अंसारी का 18, राजेंद्र प्रसाद पाण्डेय का 17 तथा दिलीप कुमार का 16 बार तबादला हुआ. हाल में निलंबित हुए हिमांशु कुमार सहित 05 आईपीएस अफसरों का 5 वर्षों में 15 बार तबादला हुआ.
अखिलेश राज में 215 आईपीएस अफसरों का 05 या उससे अधिक बार तबादला हुआ. इस अवधि में सबसे कम तबादला होने वालों में संजय तरडे (एक बार सीबी-सीआईडी) और कमल सक्सेना (एक बार गृह विभाग) रहे जिनका पूरे काल में एक ही बार तबादला हुआ.
आरटीआई सूचना के अनुसार इस अवधि में सबसे अधिक समय तक निलंबित रहने वाले अफसर आईजी अमिताभ ठाकुर थे जिन्हें 10 माह निलंबित रखा गया जबकि अन्य निलंबित होने वाले अफसर कुछ दिनों या 2-3 महीने में बहाल कर दिए गए.
इन सूचना के अनुसार यूपी में एक आईपीएस अफसर की सेवा अवधि में 27.3 तबादले का औसत पाया गया. पूरी सेवा अवधि में सर्वाधिक तबादला आईजी प्रमोद कुमार मिश्रा का है जिनका 33 साल में 55 बार तबादला हुआ. इसके अलावा आईजी विजय कुमार गर्ग का 52 बार, डीआईजी उमेश कुमार श्रीवास्तव तथा आईजी आर के स्वर्णकार का 51 बार तथा एडीजी गोपाल लाल मीना का 50 बार तबादला हुआ है. यूपी में 50 ऐसे आईपीएस अफसर हैं जिनका पूरे सेवा में 40 या अधिक बार तबादला हुआ है.
नूतन ठाकुर के अनुसार इन भारी तबादलों का परिणाम यह रहा कि इस 05 वर्ष की अवधि में औसतन 1.3 आईपीएस अफसर प्रति दिन की दर से तबादला हुए जो प्रति आईपीएस 6 तबादले का औसत हुआ.
30.3.17
RTI: 2454 IPS transfers in Akhilesh Govt
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