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2.11.09

पाक क्यों कर रहा है उत्तराखंड के पुलिसवालों को फोन!

देहरादून। देश में मंडराते आतंकी हमले का खौफ और ऐसे में भारत के दुश्मन न. १ माने जाने वाले पाकिस्तान से भारतीयों के मोबाइल फोन पर आने वाली फोन कॉल न ेखुपिफया विभाग की नींद उडाकर रख दी है। इतना ही नहीं पाकिस्तान के आईएसडी न. से आने वाली फोन कॉल्स उत्तराखंडके हरिद्वार व चमोली तक भी जा पहुंची हैं। माना जा रहा है कि पाकिस्तानसे आने वाली यह फोन कॉल्स किसी बडे खतरे का संकेत तो नहीं। आने वाली फोन कॉल्स को देखकर खुपिफया विभाग के साथ-साथ आईबी व इंटेलिजेंस ने भी इनकी जांच पडताल शुरू की दी है। वहीं जिन व्यक्तियों के नम्बरों पर यह फोन कॉल्स आई है। उनके बारे में भी खुफिया विभाग जानकारी जुटाने में जुट गया है। पाकिस्तान से मोबाइल पर फोन आने की जानकारी से उस समय हडकंप मच गया जब हरिद्वार के मोती बाजार निवासी संजय सैनी ने अपने मोबाइल न. पर पिछले कई दिनों से पाकिस्तान के आईएसडी न. ९२ से फोन आने की जानकार ी हरिद्वार पुलिस कोतवाली को दी। पिले कई दिनों से रात में आने वाली फोन कॉलों ने व्यापारियों की नांद उडाकर रख दी हैं। व्यापारी को जैसे ही पाकिस्तान से फोन आने की जानकारी लगी तोउसने तुरंत ही हरिद्वार कोतवाली पहुंचकर पुलिस को इसकी सूचना दी। पाकिस्तान से फोन आने की जानकारी मिलते ही उत्तराखंड का पुलिस महकमा पूरी तरह सतर्क हो गया है और एहतियात के तौर पर सुरक्षा व्यवस्था के घेरे को भी कड किये जाने के निर्देश पुलिस के आला अध्किारियों ने अपने मातहतों को दे डाले हैं। इतना ही नही ंव्यापारी के साथ-साथ पाकिस्तान से आने वाली फोन कॉल्स से पुलिस के जवान भी घबराए हुए हैं। चमोली में तैनात एक पुलिस कर्मी के मोबाइल पर भी पिछले कई दिनों से पाकिस्तान से आने वाली फोन कॉल ने उसकी नींद उडा रक्खी है। वहीं कई अन्य पुलिस कर्मी भी पाकिस्तान से आने वाली फोल कॉल्स से खासे परेशान नजर आ रहे हैं। डर के मारे पुलिस कर्मी अपने मोबाइल पर पफोन आने की जानकारी अपने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से भी बयां नहीं कर पा रहे क्योंकि उन्हें डर है कि यदि यह बात पुलिस के अध्किारियों तक पहुंची तो वेसंदेह के घेरे में आ सकते हैं। इसलिए कई दिनों से आने वाली पाकिस्तानी फोन कॉल्स ने उनकी नींद उडाकर रक्खी हुई है। देश में मंडराते आतंकी हमले को देखते हुए जहां पूरे देश की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है वहीं उत्तराखंड में व्यापारी व पुलिस कर्मियों को पाकिस्तान से आने वाली इन फोन कॉल्स के चलते संवेदनशील भी माना जा रहा है। चीन, नेपाल, हिमाचल, उत्तरप्रदेश की सीमाओं से सटे होने के कारण उत्तराखंड हमेशा से ही आतंकवादियों के निशाने पर रहा है और आतंकी हमेशा से ही उत्तराखंड की शांत वादियों में अमन चैन बिगाडने का मंसूबा पाले रहते हैं। लेकिन पुलिस की एहतियात के चलते अभी तक कोई बडी वारदात नहीं हो सकी है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में देहरादून से आतंकी संगठनों के गुर्गों को गिरफ्रतार जरूर किया जा सका है जिसमें उनके निशाने पर उत्तराख्ंाड के रक्षा संस्थानों के साथ-साथ कई अन्य महत्वपूर्ण ठिकाने भी आतंकी निशाने पर होने की बात का खुलासा हो चुका है। संवेदनशील माना जाने वाला उत्तराखंड हमेशा से ही आतंकियों के निशाने पर लगा रहता है और पिछले दिनों भी आतंकवादी संगठन हूजी की नजर इस प्रदेश पर लगी हुई थी। जिसका खुलासा बरेली में चांद मोहम्मद नामक हूजी के आतंकवादी के पास मिले नक्शों के आधर पर पुलिस को हुआ था। जिसमें पतनगर का हवाई अड्डा एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थान आतंकियों के निशाने पर होने की बात सामने आई थी। लेकिन इस बात को बेहद गोपनीय रखते हुए सुरक्षा के कडे इंतजाम किये जाते रहे और खुपिफया विभाग के जाल को भी भीड-भाड वाले स्थानों पर नजर रखने के निर्देश दिये गये। वहीं आगामी ९ वनम्बर को राज्य स्थापना दिवस पर भी एहतियात के तौर पर सुरक्षा के घेरे को बढाकर कडा कर दिया गया है और पुलिस मुस्तैदी से सुरक्षा व्यवस्था में लगी हुई है।

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