आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (23.04.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.blogspot.com/ चर्चाकार:-Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)
और इस जिज्ञासु घुमक्कड को...बेहद अच्छी प्रस्तिती. मन के विषाद को आपने बखूबी चित्रित किया है. टेबलेट के फोटो पर लिखी कविता जिंदगी के इस कड़वेपन का बखूबी अनुभव दे रही है.
17 comments:
"मन की कैद......bahut sundar lika hai aapne.
आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (23.04.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.blogspot.com/
चर्चाकार:-Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)
अनूठी रचना!
बहुत अच्छी चिन्तनप्रधान और सधी हुई कविता । बहुत बधाई नूतन जी !
सत्यम जी..आभार आपका..
शास्त्री जी और रामेश्वर जी..धन्यवाद
कविता का भाव-वृत्त विस्तृत है...
बहुत सुन्दर...मर्मस्पर्शी भावाभिव्यक्ति....
कविता अपनी पूरी परिधि के साथ बेहद प्रभावी ....
अद्भुत काव्य .....
गहन सोच से भरी ...
बहुमूल्य ...मर्मस्पर्शी रचना
बधाई आपको ..!!
prabhawshali rachna
nutan , sundar rachna .
Lajawaab bhaav hain kavita mein ...
बहुत सुन्दर...मर्मस्पर्शी भावाभिव्यक्ति....
सुंदर रचना...
और इस जिज्ञासु घुमक्कड को...बेहद अच्छी प्रस्तिती. मन के विषाद को आपने बखूबी चित्रित किया है. टेबलेट के फोटो पर लिखी कविता जिंदगी के इस कड़वेपन का बखूबी अनुभव दे रही है.
behad prabhaavshali aur anuthi prastuti.
अच्छी चिन्तनप्रधान कविता , नए विषय को उकेरा है | बहुत सुन्दर
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