अभी कुछ दिन पहले हम सब लोग छोटे गॉधी के नाम से मशहूर अन्ना हज़ारे के साथ कदम से कदम मिलाकर और उनकी ज़बान से निकला हर शब्द लोगो के लिए शब्दामृत होता था सारे लोग देश को भ्रष्टाचार मुक्त कराना चाहते थे और शायद अभी भी कराना चाहते है। लेकिन मै आप सभी भारतवासियों से पूंछना चाहता हूं कि जिन लोगो ने देश के मस्तक को ऊंचा करने के लिए अपने मस्तक को कटा दिया। आप लोग सोच रहे होगे कि हम किस शहीद की चर्चा कर रहे है,, जी हम बात कर रहे है, शहीद कैप्टन शशिकान्त शर्मा।
कैप्टन शशिकान्त शर्मा तो इस देश और देश के लोगो के लिए शहीद हो गए और देश की सरकार ने शहीद कैप्टन शशिकान्त शर्मा के लिए भी काम किया। उनके नाम का शिलापट्ट लगवाया गया। सड़को का निर्माण कराया गया। लेकिन सरकार को जो करना था सो रोते गाते कर दिया। लेकिन आप लोग जानते है कि इस देश के भद्र लोगो ने भी बहुत कुछ किया है। तो जान भी जाइए और तस्वीरो में देख भी लिजिए कि लोगो ने क्या किया।
लोगो ने शहीद कैप्टन शशिकान्त शर्मा के शहीद शब्द पर पान की पीच से रंग दिया है। शर्म आती है इस देश के लोगो को देखकर और तरस भी आता यहां कि सरकार पर। शहीद दिवस के दिन या 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन देश भक्ती गीत बचाने या टेन्ट लगाकर लोगो को कम्बल बांटने से कुछ नहीं होता और ना ही किसी के पीछे चिल्लाने से कुछ भला होने वाला। सच्चाई बस इतनी है कि जो लोग करने वाले होते है वो कर जाते है अकेले,, उन्हें न रह चाहिए और न ही किसी का साथ। शहीद कैप्टन शशिकान्त शर्मा की तिरस्कृत तस्वीर को आते जाते सब देखते है लेकिन लोगो से कहो तो लोग कहते है भाई हमारे पास समय का आकाल पड़ा है कुछ ज्यादा कहो तो कहते है कि बोलता है। तो आप लोग अपने विचार को हमारे अपने मंच पर जरुर दर्ज करे।
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