((सही है। जहां न पहुंचे रवि, वहां पहुंचे कलाकार और कवि। कलाकार की कल्पना के इतने प्यारे शेड्स। देखिए, आपको भी बिना मुस्कराए नहीं रह सकते। अपने बुजुर्ग भड़ासी (उम्र में नहीं, भड़ास की सदस्यता के लिहाज से) और बहुमुखी प्रतिभा के धनी अंकित माथुर को उनके किसी बंगलोर वाले मित्र ने ये कार्टून मेल किया था। उन्हें मजा आया और भड़ासियों को पढ़ाना चाहा और पढ़ाया भी पर उसमें एक झमेला यह था कि ये कार्टून इतने छोटे छोटे दिख रहे थे कि बिना क्लिक किए और बिना इनलार्ज किए इसका आनंद उठा पाना नामुमकिन था। सो, आज इसे बड़े साइज में डाल रहा हूं ताकि आप लोग भी मजे लें। और मेरी निजी राय है कि ये जो कार्टून हैं, वो नैनो पर अब तक की सर्वश्रेष्ठ अभिव्यक्ति है। अंकित को भी नहीं पता कि किस कलाकार ने इतनी कल्पनाशीलता और चुटीले अंदाज में ये सब रचा पर जो भी हों, उन्हें हम लोगों की तरफ से दिली बधाई। अगर अंकित कलाकार का नाम पता कर सकें तो उन्हें हम लोग विश कर सकें। --जय भड़ास, यशवंत))
---------
सारी, आप लोगों को इस लाजवाब कार्टून को देखने के लिए इस पर क्लिक करना होगा। यह बड़े साइज में पोस्ट किए जाने के बावजूद छोटा दिख रहा है क्योंकि दरअसल ढेर सारे कार्टून को मिलाकर एक जेपीजी तस्वीर तैयार कर दी गई है और उसे लार्ज साइज में पोस्ट करने पर भी बेहद छोटा, रिड्यूस्ड शेप में दिख रहा है। मेरे खयाल से एक जोरदार मुस्कान के लिए आप उपरोक्त कार्टून पर क्लिक जरूर करेंगे।
यशवंत
16.1.08
गरीबों को पार्किंग में आरक्षण मिले!!!
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
5 comments:
अच्छे कार्टून थे.. लगता है की फारवार्ड किये जाने वाले इ-मेलों में ये अभी सबसे हिट जा रहा है.. मेरे लगभग सभी मित्रों को कहीं ना कहीं से ये मिल चुका है.. :)
यशवंत भाई, किर्तीश भट्ट जी ने बनाए हैं ये कार्टून्स...बामुलाहिजा के नाम से उनका अपना ब्लॉग है.
मिश्रा जी कलाकार से परिचित करवाने
के लिये धन्यवाद, वाकई कीर्तीश भट्ट जी ने
ज़बर्दस्त कार्य किया है।
सलाम क्रियेटिविटी!!
अंकित...
पूरे कार्टून यहाँ देखें.
http://bamulahija.blogspot.com/2008/01/blog-post_11.html
Post a Comment