राजीव जैन ने राजस्थान पत्रिका में हिंदी ब्लागिंग पर एक समीक्षात्मक लेख लिखा है। उसमें उन्होंने हिंदी ब्लागिंग में वर्ष की दूसरी सबसे बड़ी घटना के रूप में भड़ास की मौत और पुनर्जन्म को माना है.....साल की दूसरी बडी चिटठा हलचल कम्युनिटी ब्लॉग के रूप में भड़ास का जन्म, अचानक यशवंतजी का उसको खत्म करना और उसका पुर्नजन्म लेकर 100 सदस्य बनाना बडा मामला था।
पूरी स्टोरी उपरोक्त तस्वीर पर क्लिक कर उसके इनलार्ज हो जाने के बाद आसानी से पढ़ सकते हैं या फिर राजीव के ब्लाग शुरुआतः ज़िंदगी सिखाती है कुछ पर जाकर पढ़ सकते हैं।
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ब्लागिंग पर इसके पहले हिंदुस्तान में दो खबरें छपी थीं और अमर उजाला में भी दो स्टोरी थीं- एक एडिट पेज पर दूसरे वीकली मैग्जीन में। इन सभी में भड़ास की चर्चा प्रमुखता से की गई। अगर इन सभी को पढ़ना चाहते हैं तो आपको नीचे दिए गए चित्रों को क्लिक करना होगा, या इसी में पढ़ना होगा....। अमर उजाला में छपी खबरों को हम भड़ास पर उन्हीं दिनों पढ़ा चुके हैं।
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वैसे, आज ही मैंने हिंदी ब्लागिंग के भड़ास काल के बाद की हालत का अवलोकन एक पोस्ट में किया है जिसे आप हिंदी ब्लागिंग के भड़ास काल के बारे में आपने सोचा है? को क्लिक करके पढ़ सकते हैं।
जय भड़ास
यशवंत
5.1.08
बीते वर्ष में हिंदी ब्लागिंग की दूसरी सबसे बड़ी घटना- भड़ास की मौत और पुनर्जन्म
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2 comments:
बधाई हो
बॉस
भूल चूक माफ
यह लेख राजस्थान पत्रिका में नहीं राजस्थान पत्रिका ग्रुप के जयपुर से प्रकाशित दूसरे समाचार पत्र डेली न्यूज में तीन जनवरी को एडिट पेज पर छपा है।
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