Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

16.10.17

कवरेज करने गये पत्रकार को दारोगा ने जबरन उठाया, दो घंटे किया थाने में बंद

दारोगा ने दी गालियां, मोबाइल छीनकर किया वीडियो डिलीट

मथुरा / गोवर्धन। मथुरा पुलिस की मनमानी का हाल अजीबोगरीब है। अपराध पर रोक लगाने की बजाय पत्रकार पर हमले कर रही है। सोमवार को ऐसी ही एक घटना घटी है। पत्रिका के लिए कवरेज करने गए निर्मल राजपूत के साथ थाना हाईवे के दारोगा ने गाली गलौज की और उनकी मोबाइन छीन ली। इतना ही नहीं उन्हें थाने में अपराधी की तरह नीचे बैठा दिया गया। काफी देर के बाद जब कई पत्रकार थाने पर पहुंचे तब निर्मल को रिहा गया। राजपूत ने बताया कि मोबाइल से कई पर्सनल वीडियो और कांटैक्ट भी उड़ा दिए गए है।



यहां गए थे कवरेज करने

मथुरा के थाना हाईवे क्षेत्र के गोवर्धन चौराहे स्थित सोमवार को अमर कॉलोनी में निर्मल राजपूत हिंदी दैनिक पत्रिका के लिए कवरेज करने गए थे। दरअसल अनशन पर बैठी राखी नाम की युवती ने जहर खा लिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। आक्रोशित लोगो ने रविवार की सुबह मथुरा—गोवर्धन मार्ग को जाम कर दिया था। डीएम और एसएसपी के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ था। उसी खबर पर परिजनों से बाइट लेने पहुंचे पत्रकार पर पुलिसिया जुल्म हुआ। थाना हाईवे के दारोगा को जैसे ही पता चला की वहां पर मीडिया कर्मी पहुंचा है तुरंत अपनी टीम के साथ पहुंच गए। और मीडिया कर्मी से न बल्कि बदतमीजी की उसे थाने में बंद कर दिया। पुलिस की हिटलर शाही रवैया से हर कोई हेरान है कि पुलिस क्या सच्चाई उजागर करने वाले देश के चौथे स्तम्भ पर से भी जुल्म करने से वाज नही आई।

थाना हाईवे के एसएसआई अनिल कुमार वर्मा और दरोगा गौरव राणा ने मौके पर बाइट लेने से मना कर दिया। जब निर्मल ने बताया कि वह पत्रकार है तो दारोगा और भड़क उठा। बोला मैंने बहुत पत्रकारों को जेल भेजा है आज तेरी बारी है। इतना कहते ही पत्रकार का मोबाइल छीन लिया गया। उसके साथ गाली गलौज भी की गई । हमराहियों के साथ पहुंचे दारोगा ने जबरदस्ती पत्रकार को गाड़ी में डाल दिया। वहां से लाकर करीब दो घंटे तक आरोपियों की तरह हवालत में बैठाए रखा। दरोगा गौरव राणा, एसएसआई अनिल कुमार वर्मा ने किसी की एक न सुनी। दरोगा से ये पूछा गया कि आखिर किस जुर्म में पत्रकार को उठाया गया है तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। योगी सरकार में पुलिस क्या हिटलर रवैया से आप स्वयं अंदाजा लगा सकते हो कि आप भाजपा की सरकार में कितने सुरक्षित है।  और उत्तर प्रदेश पुलिस अपनी नाकामी छिपाने के लिये सभी हदें पार कर सकती है।

No comments: