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30.10.17

फेसबुक वाली दोस्ती का सच

आजकल दोस्तों फेसबुक पर किसी भी दोस्त की फ्रेंड़ लिस्ट देखों तो किसी के भी 1000 दोस्त से कम नहीं होंगे--- लेकिन उनमे से कितने ही दोस्तों की कहानी बिल्कुल अलग ही होगी-- आपकी फ्रेंड लिस्ट में कितने ही दोस्त हो लेकिन उनमे से आपके पास कितनों के मोबाइल नम्बर है ये आपको सोचना होगा---

कई दोस्त आपके ऐसे होंगे जिनसे आप रोजाना चैट करते होंगे.....वो एक लड़का भी हो सकता है और लड़की भी हो सकती है-- वो आपसे चैटिंग करते समय अपने बारे में सबकुछ बताएंगे और तो और आपको अपना दोस्त भी बताएगा/ बताएगी। लेकिन जैसे ही आप उनसे बात करने के लिए उनका नम्बर मांगेंगे तो उस समय उनका जवाब देखने लायक होगा-- मतलब की आपको नम्बर ही नहीं मिलेगा। ये नम्बर मांगना आप गलत ना समझे---कई बार ऐसा होता है कि आप जिससे चैटिंग कर रहे है उसके बारे में आपको कुछ पता ही नहीं होता है कि सामने वाले की आईड़ी अगर लड़की/ लड़का की है तो कैसे पता करे कि सामने वाले जिस मखोटे को लेकर हमसे चैट कर रहा है वो आईड़ी वास्तविक हैं भी या नही---

पिछले कई सालों में इस तरह के कितने मामले सामने आए हैं जैसे-- आईड़ी कनिका (काल्पिनक नाम) और फोटो इतना सुन्दर लगा होगा कि कोई भी चैट करने के लिए तैयार हो जाएगा---सामने वाला आपके बारे में सबकुछ जान लेगा लेकिन आपको ये ही नहीं पता चलेगा कि सामने वाला कनिका हैं भी या कोई 50 वर्षीय वर्द्ध--

अगर आप अपना समय कुछ ऐसे लोगों के साथ चैटिंग में खराब कर रहे है तो हो जाए सावधान-- अपने कीमती समय को अपने बारे में लगाए और सोचे कि आप खुद को कैसे बेहतर कर सकते है---  मोबाइल नम्बर न देना कुछ हदतक सही भी हो सकता है लेकिन ये सोचने वाली बात है कि अगर आप अपना नम्बर देने में इतना असहज है तो चैटिंग ही क्यों करना--- अगर आपको सामने वाले पर ट्रस्ट ही नही है तो उसको दोस्त क्यों बोलना-लेकिन आपको ये तो बताना ही होगा कि आप फर्जी नहीं है---इसके लिए आप फेसबुक काँल करके भी अपने वास्तविकता के प्रमाण दे सकते है। अगर आप इतना भी नहीं कर सकते है तो ऐसे दोस्तों की मुझे तो बिल्कुल भी आवश्यक्ता नहीं है....ऐसे दोस्त मुझसे दूरी बनाकर ही रहे--- शायद ऐसा भी हो सकता है कि आपको दोस्ती के मायने ही नहीं पता।

Munendra Pratap Singh
FTP Head & Program coordinator
Sudarshan News Channel
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