कॅरोना महामारी को लेकर एक तरफ जहां पूरे विश्व मे आपदा आ गई है। वही भारत सरकार इस आपदा में भी गरीबों के साथ मजकिया रवैया अपना रही है।बताते चले कि कोविड 19 को लेकर देश मे वैक्सीनेशन की कार्य एक एक लोगो तक सरकार द्वारा दिए जाने की बात कही जा रही है वही ग्रामीणों क्षेत्रों में यह वादे अभी भी पूणर्तः कमजोर दिख रही है।
सरकार की तरफ से बीते कुछ दिन पूर्व एक सूचना जारी की गई की 18 वर्ष से ऊपर की सभी आयु को टीकाकरण की जाएंगी, जिसको लेकर आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना है। पढ़े-लिखें शिक्षित करोड़ो लोगो ने रजिस्ट्रेशन करवाया,जबकि वैक्सिनेशन की कोई तय तारिक नही की गई। वही इस बाबत समाजिक कार्यकर्ता उज्ज्वल कुमार ने बताया कि वैक्सिनेशन को लेकर रजिस्ट्रेशन करना गरीबो और अशिक्षित लोगो की प्रति एक तरह की मजाक है। जिस व्यक्ति के पास स्मार्टफोन या कंप्यूटर नही है कैसे अपना रजिस्ट्रेशन करेंगे।
ये सर्वविदित है कि बिहार के ग्रामीण एवं अनपढ़ लोगों के बीच डिजिटल साक्षरता दर बहुत कम है। सरकार को चाहिए कि ग्रामीण स्तर पर गाँव मे कैम्प लगाकर टीकाकरण का कार्य की जाए।वही उज्ज्वल कुमार ने इसको लेकर स्वस्थ विभाग के प्रधान सचिव को चिट्ठी लिख कर यह कहा है कि यह प्रक्रिया सीधे सीधे हमारे संविधान में लिखे गए समानता के अधिकार के ख़िलाफ़ है। उन्होंने प्रधान सचिव को इस अन्याय को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग की है।
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