सांसों के उस पार
कोई है...
उसकी झलक दिखी है यार
कोई है...
मन डूबा
बीच मंझधार
छूटी पतेह्लार
तो आया याद...
...उस पार
कोई है।
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अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
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