ओ पिया शशि थरूर
मैं तो हूँ हंसीना मगरूर
सगाई करूंगी शादी भी करूंगी
पर सुहागरात को घूंघट तभी खोलूंगी
जब मुझसे छीने हुए, ओ सुनंदा के मित्तर
आई पी एल के शेयरों के बदले दोगे करोड़ सत्तर
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
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