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17.4.12

plitical dairy of seoni disst. of M.P.

महाकौशल विकासप्राधिकरण के अध्यक्ष बनने के बाद स्वागत और आतिथ्य से मुक्त होकर कब विकास की चिंता करेंगें नरेश?

जिला इंका की इन नियुक्तियों को लेकर मौखिक रूप से तो यह प्रचारित किया जा रहा है कि ये नियुक्तियां युवा इंका नेता राजा बघेल के प्रयासों से बिना हरवंश सिंह की सहमति से करायी गयीं हैं। लेकिन जब इन नियुक्तियों के विज्ञापन प्रकाशित हुये तब उसमें यह उल्लेख किया गया कि जिले के इकलौते इंका विधायक एवं विस उपाध्यक्ष हरवंश सिंह की सहमति से ये नियुक्तियां हुयी हैं।जबकि जिला एन.एस.यू.आई. के अध्यक्ष के रूप में प्रवेश बाबू भालोटिया के मित्रों ने उनको बधायी देने के लिये जो फ्लेक्स बनवाये उनमें एक लंबे अर्से बाद जिले की वरिष्ठतम इंका नेत्री कु. विमला वर्मा की फोटो भी देखने को मिली। मविप्रा के अध्यक्ष बनने के बाद नरेश के अधिकांश दौरे मुख्यअतिथि के रूप में हो रहें हैं विकास के लिये नहीं। जबकि महाकौशल अंचल में ही विस अध्यक्ष ईश्वर दास रोहाणी,विस उपाध्यक्ष हरवंश सिंह,प्रदेश सरकार के मंत्रीगण सर्वश्री सरताज सिंह, गौरीशंकर बिसेन,अजय विश्नोई,देवसिंह सर्याम, नाना भाऊ मोहोड़ के साथ ही केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ,प्रदेश वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. ढ़ालसिंह बिसेन और प्रदेश भाजपा महिला मोर्चे की अध्यक्ष नीता पटेरिया जैसे वजनदार जनप्रतिनिधि हैं जिनके सहयोग से महाकौशल अंचल के विकास के लिये बहुत कुछ किया जा सकता है। जिले के आगामी विधान चुनावों की दृष्टि से नपं लखनादौन के चुनाव इंका और भाजपा के लिये महत्वपूर्ण साबित होगें।

इंका में नियुक्ति का राज खुला विज्ञापनों से-बीते दिनों जिला कांग्रेस कमेटी में कुछ और पदाधिकारियों के नाम जोड़े गयें हैं। इनमें रंजीत यादव और चीकू सक्सेना को महामंत्री और राजा बघेल को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया हैं। हालाकि ये तीनों ही नेता पहले से ही पदों पर निर्वाचित घोषित किये जा चुके थे जो क्रमशः जिला इंका के संगठन सचिव, नगर इंका के संगठन सचिव एवं प्रदेश प्रदेश प्रतिनिधि के रूप में कांग्रेस कमेटियों में शामिल थे। इन नियुक्तियों को लेकर मौखिक रूप से तो यह प्रचारित किया जा रहा है कि ये नियुक्तियां युवा इंका नेता राजा बघेल के प्रयासों से बिना हरवंश सिंह की सहमति से करायी गयीं हैं। लेकिन जब इन नेताओं की नियुक्तियों के विज्ञापन प्रकाशित हुये तब उसमें यह उल्लेख किया गया कि जिले के इकलौते इंका विधायक एवं विस उपाध्यक्ष हरवंश सिंह की सहमति से ये नियुक्तियां हुयी हैं। इन विज्ञापनों में हरवंश सिंह का फोटो भी प्रमुखता से प्रकाशित किया गया हैं। इन विज्ञापनों की एक और विशेषता यह भी रही हैं कि उनमें जिला कांग्रेस अध्यक्ष हीरा आसवानी की अनुशंसा का उल्लेख नहीं हैं जो कि अभी तक लगभग हर विज्ञापनों में रहता था। इन विज्ञापनों में प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष प्रियव्रत सिंह का फोटो भी प्रमुखता से प्रकाशित किया गया हैं। यह भी पता चला है कि इन नियुक्तियों में प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष प्रियव्रत सिंह का विशेष सहयोग रहा हैं। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जिला एन.एस.यू.आई. के अध्यक्ष के रूप में प्रवेश बाबू भालोटिया के मित्रों ने उनको बधायी देने के लिये जो फ्लेक्स बनवायेउनमें एक लंबे अर्से बाद जिले की वरिष्ठतम इंका नेत्री कु. विमला वर्मा की फोटो भी देखने को मिली वरना पिछले कई सालों से तो कांग्रेसी मानो उन्हें भूल ही चुके थे। यहां यह भी विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं कि बाबू के आजा स्व. डालचंद अग्रवाल विमला जी के संगी साथी थे और एक जमाने में कांग्रेस की ओर से नगर पालिका सिवनी के उपाध्यक्ष थे। वैसे भी आजकल यह देखा जा रहा हैं कि कांग्रेसियों में अंदर ही अंदर बढ़ रहे विरोध को देखते हुये कई कांग्रेस नेता यह प्रयास कर रहें हैं कि वे एक तरफ तो हरवंश सिंह के विरोधी भी दिखें और दूसरी तरफ उनकी नजरों में भी अच्छे बनें रहें। इसी कवायत में कांग्रेस की राजनीति में तरह तरह के चल रहे खेलों को लेकर सियासी हल्कों में रोचक चर्चाओं का दौर जारी रहता हैं।

महाकौशल के विकास में कब जुटेंगें नरेश?-सिवनी के पूर्व भापा विधायक नरेश दिवाकर को मविप्रा का अध्यक्ष बना कर कबीना मंत्री का दर्जा दिया गया है। पद पाने के बाद पद देने वाले का आभार व्यक्त करना और स्वागत समारोहों का सिलसिला चलना तो एक स्वभाविक राजनैतिक प्रक्रिया हैं। लेकिन कुछ समय बाद मिली हुयी जवाबदारी को पूरा करने का कार्य भी शुरू होता हैं। इस प्राधिकरण में सिवनी सहित जबलपुर संभाग के सात जिलों के विकास की रूपरेखा बनाना और उसे सरकार को सौंपने का महत्वपूर्ण दायित्व भी प्राधिकरण का हैं। यदि आवश्यक्ता हो तों विकास के लिये विशेष पैकेज बना कर धनराशि भी प्राप्त की जा सकती हैं। जब नरेश जी ने शहर की दुगनी लागत में बनी एस.पी.बंगले से पाल पेट्रोल पंप तक की घटिया सड़क को फिर से बनाने के लिये प्राधिकरण से 39 लाख रु. की राशि स्वीकृत की थी बत ऐसा लगने लगा था कि कम से कम अपनें जिले के लिये तो कुछ और विशेष सौगात वे जरूर देंगें। इसी क्रम में उन्होंने केवलारी में भी एक सड़क के लिये पैसा दिया था। लेकिन लंबे समय से उनके भ्रमण के जो कार्यक्रम जारी होकर अखबारों में प्रकाशित हो रहें हैं उनमें सिवनी से प्रस्थान,नियत स्थान पर पहुंचने और किसी ना किसी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि या अध्यक्षता कर वापस आने के समाचार ही छप रहें हैं। कभी भी किसी भी जिले में जन प्रतिनिधियों या अधिकारियों से विकास की योजना बनाने हेतु विचार विमर्श करने का समाचार आज तक सामने नहीं आया हैं। जबकि जबलपुर संभाग में अधिकतर जनप्रतिनिधि भाजपा के ही हैं। महाकौशल अंचल में ही विस अध्यक्ष ईश्वर दास रोहाणी,विस उपाध्यक्ष हरवंश सिंह,प्रदेश सरकार के मंत्रीगण सर्वश्री सरताज सिंह, गौरीशंकर बिसेन,अजय विश्नोई,देवसिंह सर्याम, नाना भाऊ मोहोड़ के साथ ही केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ,प्रदेश वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. ढ़ालसिंह बिसेन और प्रदेश भाजपा महिला मोर्चे की अध्यक्ष नीता पटेरिया जैसे वजनदार जनप्रतिनिधि हैं जिनके सहयोग से महाकौशल अंचल के विकास के लिये बहुत कुछ किया जा सकता है। वैसे नरेश जी अनुभवी नेता हैं और दस साल तक विधायक रह चुकें हैं इसलिये ऐसी अपेक्षा की जा सकती हैं कि उनके मन में महाकौशल के विकास लिये कोई ना कोई ठोस योजना जरूर होगी जो कि वक्त आने पर सामने आयेगी।

राजनैतिक रूप से महत्वपूर्ण होंगें नपं लखनादौन के चुनाव-नपं लखनादौन के चुनावों की आहट राजनैतिक हल्कों में सुनायी देने लगी है। जिला भाजपा अध्यक्ष सुजीत जैन ने सभी वार्डों में भाजपा के दिग्गज नेताओं को जवाबदारी सौंप दी हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह 20 अप्रेल को चुनावी बिसात बिछाने लखनादौन आ रहें हैं। नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष दिनेश मुनमुन राय काफी पहले से ही सक्रिय हो गये हैं। भाजपायी और इंकाई हल्कों में अभी से यह चर्चायें जोर पकड़ने लगीं हैं कि दोनों ही पार्टियां चुनाव जीतने की रणनीति बनाने के बजाय हार का ठीकरा फोड़ने के लिये सर तलाश करने में जुटी हुयीं हैं। यहां यह विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं कि दिनेश मुनमुन राय ने पिछला विस चुनाव कप प्लेट चुनाव चिन्ह से लड़ा था और लगभग 30 हजार वोट लेकर दूसरे नंबंर पर रहे थे। कप प्लेट के चुनावी रसद वितरण की डायरी दोनों ही पार्टियों के जिला मुख्यालय सहित कई नेताओं के लिये गले की फांस बनी हुयी हैं। बताया जाता है कि यह तय माना जा रहा हैं कि मुनमुन राय अपने किसी उम्मीदवार को चुनाव अवश्य लड़वायेंगें और भाजपा और इंका नेताओं के साथ अपने अतीत के अनुभवों के आधार पर जीतने का प्रयास करेंगें। वैसे तो अभी यह चुनाव का शुरुआती दौर हैं इसलिये कोई भविष्यवाणी नहीं की जा सकती लेकिन यहां के चुनाव जिले के विस चुनावों के हिसाब से अवश्य ही महत्वपूर्ण होंगें। “मुसाफिर“ साप्त. दर्पण झूठ ना बोले से साभार 17 अप्रल 2012

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