एक फिल्म अभिनेत्री 15 वें माले पर स्थित अपने आवास की बालकनी में रेलिंग पर खड़ी अपने प्रशंसकों का अभिवादन कर रही थी कि अचानक संतुलन खो बैठी और नीचे गिरने लगी। 12 वें माले की रेलिंग पर खड़े हुये एक नौजवान ने उसे अपनी बांहों में पकड़ लिया और पूछा - ''मुझसे शादी करोगी ?''''कभी नहीं''- अभिनेत्री ने नफरत से जवाब दिया । ''तो जाओ मरो!'' कहकर नौजवान ने उसे छोड़ दिया और वह फिर नीचे गिरने लगी। 11 वें माले पर खड़े एक अधेड़ ने हाथ बढ़ाकर उसे फिर पकड़ लिया और पूछा - ''मेरी प्रेमिका बनोगी ?''''हर्गिज नहीं!'' उसका इतना कहना था कि इस आदमी ने भी उसे छोड़ दिया। बेचारी अभिनेत्री को अब मौत साक्षात नजर आने लगी। वह ईश्वर से एक और मौका देने की प्रार्थना करने लगी कि तभी आठवें माले पर खड़े एक आदमी ने उसका हाथ पकड़ लिया। ''मैं तुमसे शादी कर लूंगी......! मैं तुम्हारी प्रेमिका बनूंगी.....! रखैल बनूंगी ! सब कुछ करूंगी!'' अभिनेत्री आदमी के कुछ बोलने के पहले ही भयातुर होकर कहने लगी। ''बदचलन औरत..... !'' आदमी ने कहा और हाथ छोड़ दिया।
24.2.10
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
4 comments:
kya khoob lika hai boss. kahi aap to nahi the?
bahut khoob, lakin yeh maatr aapki kalpna hai, Insaan (Purush) abhi itna bhi khudgarj nahi huwa hai,Manoranjan ke lihaj se perfect rachana .
bahoot he achha kyo bechari kyo marava deye
11 वें माले पर खड़े एक अधेड़ ने हाथ बढ़ाकर उसे फिर पकड़ लिया और पूछा - ''मेरी प्रेमिका बनोगी ?''''हर्गिज नहीं!'' उसका इतना कहना था कि इस आदमी ने भी उसे छोड़ दिया। बेचारी अभिनेत्री को अब मौत साक्षात नजर आने लगी। वह ईश्वर से एक और मौका देने की प्रार्थना करने लगी कि तभी आठवें माले पर खड़े एक आदमी ने उसका हाथ पकड़ लिया। ''मैं तुमसे शादी कर लूंगी......! मैं तुम्हारी प्रेमिका बनूंगी.....! रखैल बनूंगी ! सब कुछ करूंगी!'' अभिनेत्री आदमी के कुछ बोलने के पहले ही भयातुर होकर कहने लगी। ''बदचलन औरत..... !'' आदमी ने कहा और हाथ छोड़ दिया।
यथार्थवादी रेखाचित्र
Post a Comment