शंकर जालान अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में ज्यादातर लोगों का कहना है कि ऐसे उम्मीदवार को जीताकर विधानसभा भवन भेजना चाहिए जिसकी सोच राज्य में शांति बहाली के साथ-साथ उद्योग का प्राथमिकता देने वाली हो। 15वीं विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महानगर के कई वर्ग और क्षेत्र के लोगों से बातचीत की तो इन लोगों ने कहा कि विधानसभा चुनाव का महत्त्व राज्य के विकास से जुड़ा होता है, इसलिए सही उम्मीदवार का चयन हर जिम्मेवार मतदाता का दायित्व बनता है। इन लोगों के मुताबिक, नगर निगम का चुनाव एक वार्ड और विधानसभा का चुनाव परिणाम पूरे राज्य के विकास या विनाश के लिए जिम्मेवार होता है। इसलिए मतदाताओं को दोनों चुनाव के महत्व को ध्यान में रखते हुए वोट डालना चाहिए। इन लोगों ने कहा कि जागरूक मतदाता वही है जो किसी पार्टी या उम्मीदवार के झांसे में न आकर अपनी सोच-समझ से बेहतर और राज्य के हित को प्राथमिकता देने वाले प्रत्याशी को वोट दे।इस बारे में कलाकार स्ट्रीट के रहने वाले संजय अग्रवाल ने कहा कि विधानसभा चाुनाव में जनप्रतिनिधि के रूप में वैसे उम्मीदवार का चयन होना चाहिए जो अपने मतदाता के प्रति ईमानदार हो। उनके शब्दों में साफ छवि व नैतिकतावाले प्रत्याशी का चुनाव करना राज्य की प्रगति के लिए आवश्यक है।पोस्ता के रहने वाले आनंद नारसरिया ने कहा कि सही उम्मीदवार वह है जो जनसमस्याओं को समझने वाला हो न कि भ्रष्टाचारी। जो जनता की समस्याओं का समाधान करे। मैं सबको साथ लेकर चलने वाले और दलगत राजनीति से ऊपर होकर काम करने वाले प्रत्याशी को वोट देना पसंद करूंगा। उन्होंने कहा कि मेरी नजर में श्रेष्ठ उम्मीदवार का श्रेय उसी को है जो बुनियादी समस्याओं को नजदीक से जाने और चतुर्दिक विकास की बात विधानसभा में उठाए।जगमोहन मल्लिक लेन के रहने वाले राजी राठी ने बताया कि जो पार्टी और उम्मीदवार राज्य को प्रगति की ओर ले जाए वे उसे ही वोट देना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा कि उन उम्मीदवारों को चुनाव के वक्त जनता से रू-ब-रू होने में कोई झिझक नहीं होती जो प्रचार के दौरान किए गए वायदों को पूरा करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी सोच के मुताबिक, वह उम्मीदवार बेहतर है जो जनता की आकांक्षाओं के प्रति खरा उतरे और स्वच्छ छवि वाला हो।शिवतला लेन के ओमप्र्रकाश साव ने कहा कि शहर में व्याप्त समस्याओं को गंभीरता से लेने और लोगों के दुख-दर्द में शामिल होने वाला प्रत्याशी उनकी पसंद है। उन्होंने कहा कि जो कर्मठ हो, जनभावना को समझ सके और भूलभूत समस्याओं को हल करे, जो जनता के प्रति अपनी जवाबदेही महसूस करे, वैसे ही प्रत्याशी को जीताकर विधानसभा भेजना चाहिए। इस बारे में महर्षि देवेंद्र रोड के विनय कुंवर का कहना था कि उम्मीदवार वैसा होना चाहिए जो शिक्षित, समाज से जुड़ा और अपनी बातों को प्रभावी तरीके से विधानसभा में रख सके। उन्होंने कहा कि नैतिकता से परिपूर्ण और जाति धर्म से ऊपर उठ कर बेरोजगारी मिटाए और हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए सार्थक पहल कर उसे ही विधायक कहलाने का अधिकार है। नीमतला घाट स्ट्रीट के निवासी दिनेश पांडेय ने कहा कि प्रतिनिधि शिक्षित, ईमानदार, कर्मठ और सभी धर्मों में आस्था रखने वाला हो उसे ही विधानसभा में पहुंचने का हक होना चाहिए। इसी तरह नूतन बाजार के मनोज सिंह पराशर का कहना था कि पहली प्राथमिकता तो यह होनी चाहिए की उम्मीदवार आपराधिक छवि वाला न हो। उसके मन में लोकहित की भावना हो। बेरोजगारी को समाप्त करने के लिए पहल करे।
27.3.11
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