नीता बनीं मन्त्री : नरेश ने छोड़ी भाजपा
भोपाल। मुख्यमन्त्री शिवराज सिंह ने अपने मन्त्री मंड़ल का विस्तार कर उसमें जिले की भाजपा विधायक एवं प्रदेश महिलामोर्चे की अध्यक्ष श्रीमती नीता पटेरिया महिला एवं बाल विकास विभाग का कबीना मन्त्री बनाया है। पार्टी के इस निर्णय से खफा होकर सिवनी के पूर्व विधायक नरेश दिवाकर ने भाजपा से स्तीफा दे दिया हैं। नीता को मन्त्री बनाये जाने पर जिला इंका के निवर्तमान होने वाले वर्तमान अध्यक्ष महेश मालू ने कहा हैं कि जिले में गंगा तो जरूर बहेगी लेकिन वो विकास के बजाय भ्रष्टाचार की होगी।सुजीत ने इसे महिला के प्रति पार्टी का सम्मान बतायाहैं।
संघ के विभिन्न संगठनों जैसे भारतीय किासन संघ, राज्य कर्मचारी संघ आदि से परेशान मुख्यमन्त्री शिवराज सिंह ने अचानक ही अपने बिना किसी से सलाह किये मन्त्री मंड़ल में फेर बदल करने का निर्णय ले डाला हैं। इस भारी फेर बदल में उन्होंने बाबूलाल गौर, कैलाश विजय वर्गीय और विजय शाह को मन्त्री मंड़ल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया हैं। जिन पांच मन्त्रियों को शामिल किया गया हैं उनमें प्रदेश महिला मोर्चे की अध्यक्ष एवं सिवनी की विधायक नीता पटेरिया को केबिनेट मन्त्री के रूप में महिला एवं बाल विकास विभाग का प्रभार सौम्पा गया हैं। भाजपायी हल्कों में चर्चा हैं कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष वैंकया नायडू से नीता बार बार शिकायत करतीं थीं कि चार सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ाया गया था और उनको छोड़ सभी सांसदों को कबीना मन्त्री बना दिया गया हैं। इसी दवाब के चलते शिवराज ने आखिर उनकी तमन्ना पूरी कर ही दी हैं।
नरेश ने छोड़ी भाजपा
पटेरिया के गृह जिले में उनके मन्त्री बनने की व्यापक प्रतिक्रिया हुयी हैं। भाजपा ने जिस नरेश दिवाकर की टिकिट भ्रष्टाचार के आरोपो के चलते काट दी थी और आज तक उन्हें लालबत्ती नहीं दी थी वे नीता पटेरिया को लालबत्ती मिलने से बौखला गये हें। उन्होंने आज हॉटल अमन में प्रेस कांफ्रेंस में अपने इस निर्णय की घोषणा करते हुये कहा कि मेरे पूरे परिवार ने आजीवन संघ की सेवा की हैं। मैंने भी दो बार विधायक रहते हुये पार्टी की निष्ठा से सेवाकी है। इसके बाद भी भ्रष्टाचार के छोटे मोटे आरोपों के चलते मेरी टिकिट काट दी। जब मैडम परसेण्टेज कहलाने वाली नीता जी पटेरिया को ही मन्त्री बनाना था तो भला मैं क्या बुरा थार्षोर्षोएक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह बात सही हैं कि भावावेश में मैंने विस चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप मे फार्म भर दिया था लेकिन बाद में ना केवल फार्म उठा लिया था वरन नीता जी के चुनाव का ंसचालन भी मैंने ही करके उन्हे जिताया था। उसका इनाम देने के बजाय पार्टी ने मुझे चिढ़ाने लिये नीता को मन्त्री बनाया हैं जो सहन करने लायक नहीं हैं इसलिये मैं भाजपा छोड़ रहा हूंं।
अब बहेगी भ्रष्टाचार की गंगा: महेश मालू
मन्त्री मंड़ल में नीता पटेरिया को शामिल करने पर जब प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के पिछले छ: महीने से निवर्तमान होने वाले वर्तमान अध्यक्ष महेश मालू से प्रतिक्रिया पूछी गई तो उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में हमेशा से ही अन्तर रहा हें। भ्रष्टाचार से लड़ने की बात करने वाली भाजपा क्या ऐसे भ्रष्ट लोंगो को मन्त्री बना कर प्रदेश से भ्रष्टाचार मिटायेगी।जिले में विकास की गंगा तो हरवंश भैया के राज में बही थी अब तो विकास के बजाय भ्रष्टाचार की गंगा बहेगी। जब हरवंश सिंह पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में उनसे पूछा गया तो वे चिढ़क कर बोले क्या तुम्हें किसी ने कुछ सिखाकर भेजा हेै । मैं इस सवाल का कोई जवाब नहीं दूंगा।
महिला को सम्मान दिया भाजपा ने:सुजीत जैन
इस विस्तार पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुये जिला भाजपा अध्यक्ष सुजीत जैन ने कहा हैं कि भाजपा ने नारी शक्ति का हमेशा से सम्मान किया हैं।इसी परम्परा को निभाते हुये शिवराज जी ने नीता जी को मन्त्री बनाया हैं। इस बारे में जब कांग्रेस की प्रतिक्रिया की ओर उनका ध्यानाकषिZत कराया गया तो वे बोले कि महेश काका का तो ऐसा ही रहता हैं। उनका गोल गोल दूसरे का हाफ साइट। हरवंश सिंह के बारे उनका कुछ भी ना बोलना उनका अनुभव हैं । आखिर वे चालीस साल से राजनीति में हैं। उन्होंने यही सोचा होगा कि जो बात सबको मालूम है उसके बारे खुद बोलकर अपना मुंह भला क्यों खराब करेर्षोर्षो उनका अनुभव सीखने लायक है।
शपथग्रहण चौबीस मार्च को
भंग की तरंग में पांच दिन तक मदहोश रहने के बाद रंग पंचमी के दिन 24 मार्च को लालपरेड़ गा्रउण्ड पर शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया है।
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