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30.3.11

बह जाने दो


तेरी खामोश आवाज सुनने की कोशिश करता रहा .

प्रयत्न से 
सुनना साँसों को. 
और थाह लेना भारी मन की. 
गहरी ठंडी साँसों से पहुचना.
ह्रदय के उस कोने तक. 
जहाँ दर्द सिमटा हुआ हैं.
शायद बहना चाहता हैं . 
तरल बनकर आँखों से . 
बह जाने दो .
रोको मत .
वो अपना नहीं हैं .
जाया मत करो अपना प्रयत्न .
उसको समेटने में जो चुभता हैं.
मन को हल्का करना सार्थकता हैं .
खोने का गम कुछ पाने की ख़ुशी से,
कम तो नहीं होता पर ,
आँखे बंद रखो तो अँधेरा होता हैं ,
दिन और रात से बे परवाह,
सामने सबेरा तुम्हे पुकार रहा हैं ,
नयी सुबह, नयी राह, नयी मंजिल ,
बस जरूरत हैं आँखें खोलने की,
जरूरत हैं पार पाने की व्यथा से ,
मुझे भी पता हैं आसान नहीं हैं ,
आसान तो ये भी नहीं हैं,
तिल तिल जलना

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