25.3.11
भारत का पहला मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय पोर्न(अश्लील) चैनल आज तक..
प्रिय मित्रों..
शायद ऊपर की तस्वीर ज्यादातर लोगों को अमर्यादित लगे...मगर क्या आप जानते है ये तस्वीर मैंने कहाँ से ली है...
ये तस्वीर है आज तक की वेबसाइट से ली है मैंने..और विश्वास माने ये उस एल्बम में दिखाई गयी ३९ तस्वीरों में सबसे सभ्य है...पूर्ण रूप से नग्न तस्वीरों का एल्बम ही बना रखा है आज तक वालों ने.....लिंक मैं दे देता हूँ आप खुद विश्वास कर लें..
http://origin-aajtak.intoday.in/photoplay.php/photo/view/815/५
एक दिन अचानक समाचार पढ़ते पढ़ते इन गद्दार खबरिया चैनलों के मनोरंजन विभाग में ये तस्वीर दिखी ...चलिए अब तक तो ये राजनैतिक रूप से दलाली कर रहें थे अब सांस्कृतिक रूप से भी गिर रहें है..
ये गद्दार सबसे सवाल कर सकते है.इन गद्दारों से कौन सवाल करेगा...अगर कोई कुछ बोले तो प्रेस की स्वतंत्रता का हनन कहा जाता है..कहाँ है इन बिदेशी हाथों में बिके हुए चैनलों का सेल्फ रेगुलेशन??
ये कहतें है की हम खबर दिखा रहें है..भाई आप मुझे बताये ये नंगी तस्वीर दिखाने से कौन सी खबर दिखा रहे हो...तर्क देते है की ये समाज में हो रहा है वो हम दिखा रहें है...अरे करते तो तुम सभी सेक्स भी हो अपने घर में,अच्छा होगा एक सीडी बना कर अपने माँ बहन बेटियों की कामक्रीड़ा का आजतक पर विशेष कार्यक्रम चला दो...
ये दलाल कहते हैं की मीडिया हमारी(आम जनता) की आवाज है..मैंने पुरे मर्यादित रूप से एक टिप्पड़ी की थी इन तस्वीरों पर वो इन बिदेशी औलादों ने ब्लोक कर दिया किसी ने लिखा था I LOVE उसे दिखा दिया...ये तो सिर्फ उपभोगतावाद के हिमायती हैं.. जहा से इनकी दुकान चलती हो ..
शायद हम सबमें से भी कोई इन दलालों का हिमायती हो तो प्रश्न किसी ने ये उठाया की आप देखते क्यों है ये तस्वीरें ...चलिए माना मैं भटक कर देखता हूँ..मेरे अन्दर कामिया है..लेकिन प्रेस तो लोकतंत्र का स्तम्भ है ...और लोकतंत्र तो दोगला और चारित्रिक पतन की और ले जाने वाला नहीं होता है..तो हम लोकतंत्र और उसके पहरेदारों से तो न्याय और सदाचार की उम्मीद कर सकतें है...
एक पत्रकारिता का दलाल कहता है की अच्छी बातें भी तो है आप को बुरी क्यों दिखती है..मेरा सवाल ऐसे सभी पत्रकारों से मोदी ने विकास भी तो किया तुम मक्कारों को गोधरा ही क्यों दीखता है...
मैं यहाँ कोई विवाद शुरू करने नहीं आया हूँ ढेर सारी पोर्न वेबसाइट है जहा सब कुछ मिल जाता है मगर एक राष्ट्रीय(भले ही आज इटली की आवाज हो) समाचार चैनल अपने छुद्र व्यापारिक हितो के लिए इस स्तर गिर जाएगा इसकी परिकल्पना तो लोकतंत्र में नहीं की गयी थी..
कोई आश्चर्य नहीं होगा हम कुछ दिनों बाद आज तक और उसके जैसे बिदेशी हाथों में बिके हुए चैनलों पर ब्लू फिल्म का दिन में २-३ घंटे का विशेष कार्यक्रम पायें...
तो चलिए आज तक के नाम एक और पुरस्कार घर घर में पहुचने वाला सबसे तेज पोर्न चैनल...
या भारत का पहला मान्यता प्राप्त पोर्न(अश्लील) चैनल..
आशुतोष
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2 comments:
ये तस्वीर है आज तक की वेबसाइट से ली है मैंने..और विश्वास माने ये उस एल्बम में दिखाई गयी ३९ तस्वीरों में सबसे सभ्य है..
maine aapke diye link se saari 39 tasveer dekhi.. mujhe to ek me bhi nagntaa nahi jhalki... yahi hain aankhon ka fark
Rajesh ji
naman aap ko jo aap ko kuch nagn nahi dikha..aap jaisae logon ki jarurat hai aajtak v secular logon ko..
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