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17.4.11

हिंदुस्तनियो ! हिन्दुस्तान का इतिहास जानो, आँखे मुंदने से क्या होगा !

हिंदुस्तनियो ! हिन्दुस्तान का इतिहास जानो, आँखे मुंदने से क्या होगा !

हिंदुस्तनियो ! हिन्दुस्तान का इतिहास जानो

क्या आपको मालूम है गांधी जी द्वारा शुरू किया खिलाफत आंदोलन किसके लिए था .

यदि नहीं तो जानो , और भी बहुत कुछ जानो .

खिलाफत आन्दोलन

खिलाफत आन्दोलन (1919-1924) भारत में मुख्यत: मुसलमानों द्वारा चलाया गया राजनीतिक-धार्मिक आन्दोलन था। इस आन्दोलन का उद्देश्य तुर्की में खलीफा के पद की पुन:स्थापना कराने के लिये अंग्रेजों पर दबाव बनाना था।

और हम आज तक समझते रहे , खिलाफत आंदोलन अंग्रेजों के खिलाफ था

देखिये : विकिपीडिया में :

http://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%96%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%AB%E0%A4%A4_%E0%A4%86%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%8B%E0%A4%B2%E0%A4%A8

परिचय

सन् 1908 ई. में तुर्की में युवा तुर्की दल द्वारा शक्तिहीन खलीफा के प्रभुत्व का उन्मूलन खलीफत (खलीफा के पद) की समाप्ति का प्रथम चरण था। इसका भारतीय मुसलमान जनता पर नगण्य प्रभाव पड़ा। किंतु, 1912 में तुर्की-इतालवी तथा बाल्कन युद्धों में, तुर्की के विपक्ष में, ब्रिटेन के योगदान को इस्लामी संस्कृति तथा सर्व इस्लामवाद पर प्रहार समझकर भारतीय मुसलमान ब्रिटेन के प्रति उत्तेजित हो उठे। यह विरोध भारत में ब्रिटिश शासन के विरुद्ध रोषरूप में परिवर्तित हो गया। इस उत्तेजना को अबुलकलाम आजाद, जफर अली खाँ तथा मोहम्मद अली ने अपने समाचारपत्रों अल-हिलाल, जमींदार तथा कामरेड और हमदर्द द्वारा बड़ा व्यापक रूप दिया।

गांधी जी ने 1920-21 में खिलाफत आंदोलन क्यों चलाया इसके दो दृष्टिकोण हैं:-

§ एक वर्ग का कहना था कि गांधी की उपरोक्त रणनीति व्यवहारिक अवसरवादी गठबंधन का उदाहरण था।

§ और हम आज तक समझते रहे , खिलाफत आंदोलन गाँधी जी द्वारा , अंग्रेजों के खिलाफ था

3 comments:

Bharat Swabhiman Dal said...

गांधी जी आधुनिक भारतीय राजनीति में विभाजनकारी साम्प्रदायिक तुष्टिकरण की नीतियों के जनक थे , 1919 में खिलापत ( जिसका भारत या भारत के मुसलमानों से कोई सम्बन्ध नहीं था । ) आन्दोलन का समर्थन कर गांधी जी ने पाकिस्तान का आधार तो जिन्ना से भी पहले रख दिया था ।
www.vishwajeetsingh1008.blogspot.com

तेजवानी गिरधर said...

यह गांधी जी के ख्रिलाफ साजिश का हिस्सा नजर आता है

तेजवानी गिरधर said...

कैसी विडंबना है, गांधीवादी बता कर अन्ना हजारे को पूजते हो और गांधी जी को गाली बकते हों