डाकू नेता या नेता डाकू !
''डाकू से नेता बना ,रख दी थी बन्दूक,
कुछ दिन में ही जान गया ,ये थी मेरी चूक,
बीहड़ में तो कभी कभी लेता था इसे हाथ,
नेतागर्दी में सदा रखनी पड़ती साथ .''
शिखा कौशिक
http://netajikyakahtehain.blogspot.com/
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
Labels: politics
1 comment:
neta ji ki soch hai kuchh n bolenge,
galti se kuchh nikal gaya to goli jhelenge.
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