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12.4.08

उपाध्यायजी चूल्हा यूं जलेगा

¨उपाध्यायजी चूल्हा यूं जलेगा
भाई हरे परकाश उपाध्याय के घर चूल्हा नहीं जल पा रहा है,यह एक अखिल भारतीय स्तर की गंभीर घटना है। आतंकवाद की आग में सारा देश जल रहा है फिर भी उनके घर एक अदद चूल्हा नहीं जल पा रहा है,लानत है व्यवस्था को। शायद गैस एजेंसीवाला उन्हें गैस की बीमारी से मुक्त रखना चाहता है। वैसे उपाध्याय बंधु को सलाह है कि जब तक आपके घर में चूल्हा नहीं जल पा रहा है आपको पड़ोसी के तवे पर रोटियां सेंक लेनी चाहिए,यही युगधर्म है। और वैसे भी जहां दिन-रात धधकते-दहकते तंदूर उपलब्ध हों आपको अपनी चिंताएं चूल्हे में डाल देनी चाहिए,अपने नहीं गैस एजेंसीवाले के चूल्हे में। वैसे आप उस का नाम-पता हमें बताएं, उसकी गैस हम निकाल देंगे।और जब तक आप की गैस-समस्या का समाधान नहीं हो जाता है आप मेरे गैस्ट बन जाइए। मगर मुझे भी गैस की बीमारी है थोड़ा एडजस्ट तो आपको भी करना पड़ेगा।
योअर डीयरेस्टतम गैसधर्मी मित्र
पं. सुरेश नीरव

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