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25.8.08

कशमकश कश्मीर की

बड़े दुःख की बात है। आख़िर कश्मीरी नेता ख़ुद को भारतीय बोलने में शर्म क्यूँ महसूस करते हैं । बीती रात महबूबा मुफ्ती आज तक के सीधी बात कार्यक्रम में हाजिर थी । लेकिन वो ख़ुद को भारतीय ना मानकर सिर्फ़ कश्मीरी मान रही थी । यहीं नहीं उनकी बातो से ऐसा लगा की वे भी अलग कश्मीर की हिमायिती हैं । उन्होंने कश्मीर से सेना हटाने की मांग की , लेकिन भूल गई की जब जब सेना की कमी हुई आतंकी वारदातों में तेजी आई । कारगिल जैसी घटनाओ से हमें रु ब रु होना पड़ा । कश्मीरी पंडितों के मुद्दों पर चुप रही । महबूबा जी आप ही बताये क्या कश्मीर सिर्फ़ मुसलमानों का है । और हां ये भी जान ले की कश्मीर का भला पाकिस्तान के साथ नहीं हो सकता । मुद्दों को सुलझाने में योगदान दीजिये और गर्व से कहिये -
जय भारत , जय भड़ास

4 comments:

संजय बेंगाणी said...

वे खुद को भारतीय नहीं मानती, पता नहीं उनके पिताश्री भारत के गृहमंत्री(!!!) क्यों बने. शायद अलववादियों की सहायता करने हेतु.

कुमार संभव said...

akhilesh ji aapne jo muda uthaya wo sarahneay hai.bade dukh ki baat hai ki mahbuba jase log es desh me khule ghum rahe hai mean sampradaik nahi hoon par rashtrabhakt jarro hoon. mahbuba ko bhartiyea kahna kahana tak uchet hai aab ise desh ko sochana hoga. hindu musalman kasmiri aur non kasmiri ki baat karne waalon ko ise desh me rahne ka koi haq nahi.

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

मुझे इस गंभीर बात पर भी शोले फिल्म का गाना याद आ रहा है....
महबूबा...महबूबा....:)

Anonymous said...

डॉक्टर साहब,
मुझे तो महबूबा पर एक ही गाना याद आ रहा है. भीगे होठ तेरे....;-)
जय भड़ास जय भड़ास