Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

18.8.08

भ्रष्टाचार

फैल रहा है देश में कैसा भ्रष्टाचार
देख रहे हैं सब खड़े बेबस और लाचार
बेबस और लाचार अगर कोई न चेता
खा जायेंगे बेच इसे आगे ये नेता
कैसी त्रासदी देश हमारा झेल रहा है
भ्रष्टाचार बन ज़हर रगों में फैल रहा है

1 comment:

Anonymous said...

मियाँ,
जज्बात दिलसे,
भ्रष्टाचार में सिर्फ़ नेता ही कहाँ हैं, लीजिये नेता के साथ साथ चलने वाले पत्रकार भी उसी में शामिल हैं, जो उसमें शामिल नही होता उसे लोग मरने के बाद भी नही याद करते जैसे की अंजुम जी के गुजरे साल हो आए पत्रकारिता जगत को पता भी नही, बेईमानी की मिशाल आई बी एन सी एन एन के सी ई औ का की टेप है मगर दिखाऊंगा नही संसद की गरिमा (कमीशन) का सवाल जो है.
जय जय भड़ास