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2.5.10

सावधान, हो रहीं हैं आपकी पोस्ट चोरी...



 सभी ब्लोगर बंधुओं का आज किसी पोस्ट की बजाये इस पत्र से स्वागत करने की वजह यह है कि अब हमारी ब्लॉग पोस्ट को हमारे ही ब्लोगर बंधु खुले आम चुराकर अपने नाम से अपने ब्लॉग पर पोस्ट करने लगे हैं. आप के साथ ऐसा पहले भी हो चूका होगा मगर में इसका पहली बार शिकार हुआ हूँ. एक ब्लोगर हैं राजेश शुक्ल इनका ब्लॉग है- www.awajantarmanki.blogspot.com. मेरे द्वारा 1 मई को मेरे ब्लॉग पर पोस्ट की गई रचना-स्त्री पर ही क्यों किये गांधी ने प्रयोग, को राजेश भाई ने अपने ब्लॉग पर खुद के नाम से पोस्ट कर लिया. इस पोस्ट को मैंने नुक्कड़, भड़ास और जागरण जंक्शन पर भी पोस्ट किया है.इस पोस्ट को अपने ब्लॉग पर डालने के पहले राजेश ने न तो कोई अनुमति ली न ही मेरे ब्लॉग या नाम का उसमें जिक्र ही किया. इस तरह की चोरी-सीनाजोरी से में स्तब्ध हूँ, विचार हमारी निज धरोहर हैं, और विचारों की खुलेआम चोरी साहित्य या ब्लोगिंग के भविष्य के लिए उचित नहीं हैं. भाई राजेश को मैंने अपनी भावनाओं को मेल के जरिये अवगत करवा दिया है, आप सभी को सूचनार्थ अवगत करवा रहा हूँ. मेरे मूल की मूल भावना इस प्रकार है- Bhai Rajesh, Aik Acchhi post ke liye dhanyavaad. lekhani yadi apni ho to usme dil ko sukun milta hai, magar yadi chura kar koi rachanaa apne naam se prasarit kar vaahvaahi looti jaaye to yah chori ke saath seenajori hoti hai. yah mool rachna meri hai jise mene 1, may ko apne blog www.aidichoti.blogspot.com, www.nukkad.blogspot.com aur www.bhadas4media par subah hi post kiya tha. aapne rachna bina poochhe apne blog par apne naam se chep li, kam se kam mere bhai poochh lete ya credit line men mera yaa blog kaa naam dete. khair yah aapki pahli galti hai isliye maaf kiyaa bhavishya men dhyaan rakhen har rachanakaar mere jaisa dildaar nahin hoga.
-Updesh Saxena New Delhi

 

2 comments:

कविता रावत said...

आज के दौर में चोर बढ़ते ही जा रहे हैं जो गंभीर चिंता का कारन है. कोई अपने देश की खुफिया जानकारी तक बेच दे रहे हैं तो कोई सोना चांदी और नोटों का हजम कर रहे हैं... क्या करे चोरों के लिए ताला लगाने के जरुरत ही नहीं वे तो माहिर है ताला तोड़ने में.....
अगर चोरी रोकने का कोई ठोस उपाय हो तो पोस्ट कर दीजियेगा ताकि उसका लाभ सबको मिल सकेगा ....
अभी तो इस विषय में यही कहूँगी .... जिस की उतर गयी लोई उसका क्या करे कोई .......
जानकारी के लिए धन्यवाद.

कविता रावत said...

आज के दौर में चोर बढ़ते ही जा रहे हैं जो गंभीर चिंता का कारन है. कोई अपने देश की खुफिया जानकारी तक बेच दे रहे हैं तो कोई सोना चांदी और नोटों का हजम कर रहे हैं... क्या करे चोरों के लिए ताला लगाने के जरुरत ही नहीं वे तो माहिर है ताला तोड़ने में.....
अगर चोरी रोकने का कोई ठोस उपाय हो तो पोस्ट कर दीजियेगा ताकि उसका लाभ सबको मिल सकेगा ....
अभी तो इस विषय में यही कहूँगी .... जिस की उतर गयी लोई उसका क्या करे कोई .......
जानकारी के लिए धन्यवाद.