आज एक और जुझारू पत्रकार आलोक तोमर , हम सब के बीच नही रहे . दिल्ली के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया .वैसे तो भारत में पत्रकारों की संख्या आज लाखो में है , और हजारों तो ऐसे हैं , जिनका बड़ा नाम है मगर , आलोक तोमर जैसे , इन तथाकथित कहे जाने वाले बड़े और महान पत्रकारों में इक्का दुक्का ही मिलेंगे ..
कल २१ मार्च को आलोक जी का पार्थिव शरीर अग्नि को समर्पित कर दिया जायेगा , इस मौके पर उन्ही पत्रकारों के एक बहुत बड़ी तादाद अपने घडियाली आंसू बहाने पहुचेंगे और स्वर्गीय आलोक जी की तारीफ़ के पुल बांधते नहीं अघायेंगे , जो उनके जीवनकाल में , उनकी जड़ें खोद कर मठा डालने का कम किया करते थे ..
तोमर जी को सच्ची श्रधांजलि दे पाना बहुत कठिन है , परन्तु उनके दिखाए क़दमों पर अगर कुछ दूर भी चला जा सके तो , हम लोग एक बड़ा काम कर सकते हैं , जिस से निश्चित ही उनकी आत्मा को शांति मिलेगी .
1 comment:
वाकई वे महान पत्रकार थे, जिनका कोई सानी नहीं है
.तेजवानी गिरधर, अजमेर
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