बोफोर्स मामला बंद करने का
कैसे आया ख्याल,
आपकी मज़बूरी की
नहीं इस से बड़ी मिसाल।
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मजाक मजाक में बीत गए
कई अमूल्य साल,
सच बतलाना मनमोहन जी
ये कैसे किया कमाल।
7.3.11
आपकी मज़बूरी
Posted by गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर
Labels: कविता, मनमोहन सिंह
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3 comments:
बहुत खूब्!
bahut badhiya
waah kya baat hain
badhiya
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