[गूगल से साभार ]
अन्ना सच हैं बोलते पर नेता करें विरोध ;
उनके हर एक बयाँ पर नेता करते हैं क्रोध ;
बड़ी सही उक्ति कही; छुडवाने को मधुपान ;
सत्ता मद में चूर कहें इसे तालिबानी-फरमान .
शिखा कौशिक
[नेता जी क्या कहते हैं ? ]
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
Labels: politician
No comments:
Post a Comment