(सौजन्य-गूगल)
अश्क या शराब ? (गीत ।)
अश्क या शराब, कौन अच्छा है ?
नशे का नक़ाब, फिर भी अच्छा है..!!
(अश्क=आंसु)
अंतरा-१.
दर्द का दरिया, तट को टपता है..!!
ग़श का आलम, तब तो अच्छा है..!!
नशे का नक़ाब,फिर भी अच्छा है..!!
(ग़श=बेहोशी)
अंतरा-२.
अवन पर हँसने वालें सुन लें..!!
सिसकता मजनू, सब से सच्चा है..!!
नशे का नक़ाब, फिर भी अच्छा है..!!
(अवन=प्यार)
अंतरा-३.
इतर - संगदिल, क्या न सुना हमनें..!!
बेवज़ूद होना, अब तो अच्छा है..!!
नशे का नक़ाब, फिर भी अच्छा है..!!
(इतर=आवारा ; बेवज़ूद=अस्तित्व विहीन)
अंतरा-४.
कब तक जीयें, यूँ नकाब ओढ़े..!!
क़ब्र में छिपना, सब से अच्छा है ?
नशे का नक़ाब, फिर भी अच्छा है..!!
अश्क या शराब, कौन अच्छा है ?
नशे का नक़ाब, फिर भी अच्छा है..!!
मार्कण्ड दवे । दिनांक-२३-११-२०११.
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