शहीदों को नमन ........
देश के सपूत को, हर लाल का सलाम है.
माँ भारती का गुलिस्ता तुझसे ही आबाद है.
हम सभी सुख से यहाँ, तुम कितने दूर हो ?
दिल में तेरी यादें हैं, होंठो पर तेरी बात है .
देश पर कुर्बान होकर, दी गर्व की सोगात है.
जिन्दा है कसाब फिर भी,बड़े शर्म की बात है.
देश के सपूत को, हर लाल का सलाम है.
माँ भारती का गुलिस्ता तुझसे ही आबाद है.
चर्चा हर चौपाल पर ,तेरी वीरता की बात है .
बच गया संसद भवन, दी फख्र की सौगात है .
जी रहा अफजल गुरु ,यह बड़े शर्म की बात है.
देश के सपूत को, हर लाल का सलाम है.
माँ भारती का गुलिस्ता तुझसे ही आबाद है.
1 comment:
सामयिक और सार्थक प्रस्तुति, आभार.
कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारें.
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