FDI और भारतीय खुदरा का दंगल
एक जंगल में दंगल का आयोजन किया जाना था .दंगल में शेर और चीता की कुस्ती थी .चीता को लगा शेर के हाथों दंगल में मौत निश्चित है .उसे चिंतित देख
सियार ने कहा-चीता भाई ,उदास क्यों हो ?
एक जंगल में दंगल का आयोजन किया जाना था .दंगल में शेर और चीता की कुस्ती थी .चीता को लगा शेर के हाथों दंगल में मौत निश्चित है .उसे चिंतित देख
सियार ने कहा-चीता भाई ,उदास क्यों हो ?
चीता बोला-इस दंगल में मुझे शेर से कुस्ती करनी है और मेरी मौत मुझे निश्चित लगती है .
सियार बोला -तुम्हे मैं बचा सकता हूँ ?
चीता बोला - कैसे ?
सियार बोला -कुस्ती शेर से नहीं बिलाव से लडवा कर. तुम और बिलाव एक ही जाती के हो .मैं जंगल में जाकर सबको समझाऊंगा और दंगल के नियम में फेरबदल करवा दूंगा .
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सियार ने जंगल के पशुओं को समझाया और शेर की जगह एक सी खाल के दिखने वाले बिलाव के साथ
उसकी कुस्ती तय कर दी .नतीजा क्या आना था आप को भी मालुम है .यही है FDI और भारतीय खुदरा
की टक्कर का नतीजा .
सियार ने जंगल के पशुओं को समझाया और शेर की जगह एक सी खाल के दिखने वाले बिलाव के साथ
उसकी कुस्ती तय कर दी .नतीजा क्या आना था आप को भी मालुम है .यही है FDI और भारतीय खुदरा
की टक्कर का नतीजा .
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