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15.10.10

केसे कहे

केसे कहे
तुमने तो कह ली अपने दिल की बात ,
बनाकर इक बहाना हे ,
लव सिले हे मुह खोलू,कुछ कहूँ केसे,
महफ़िल -अ - ज़माना हे ,
तुम कहते हो की बहुत कोशिश की मगर,
भूल तुम्हे न पाए हे ,
अब केसे बताये की इक पल को हम भी ,
तुम्हे न यादो से दूर कर पाए हे ।
संगीता मोदी "शमा"

2 comments:

Anamikaghatak said...

bahut sundar..........manobhavo ko achchhe se ukera hai aapne

Dr Om Prakash Pandey said...

dil kee gaharaaion se nikle huye shabd! naari hridaya ka ek yatharth!