राजकुमार साहू, जांजगीर छत्तीसगढ़
जिला मुख्यालय जांजगीर से लगे नैला के रेलवे स्टेशन के पास श्री-श्री दुर्गा उत्सव समिति द्वारा विराजित की गई दुर्गा की प्रतिमा को देखने लोगों की भीड़ जुट रही है। मूर्ति की खासियत यह है की नव दुर्गा की प्रतिमा में २१ हजार चांदी के सिक्के जड़े गए हैं। इस मूर्ति की अनुमानित कीमत ८० से ९० लाख बताई जा रही है। नवरात्री के छठवें दिन शाम को जब दुर्गा को अद्भुत प्रतिमा स्थापित की गई, उसके बाद नैला स्टेशन के पास लोगों की सुबह से देर रात तक भीड़ लगी रही। समिति के सदस्यों ने बताया की संभवतः इस तरह की प्रतिमा अन्य राज्यों में माँ दुर्गा की प्रतिमा विराजित नहीं की गई है। छत्तीसगढ़ में तो ऐसी अद्भुत प्रतिमा और धन दुर्गा पहली बार विराजित हुई हैं।
समिति द्वारा पिछले साल १०-१० रूपये के सिक्के जड़कर माँ दुर्गा की प्रतिमा बनाई गई थी। इस दौरान भी लोगों की आस्था उमड़ी थी। उससे पहले समिति के सदस्यों ने शिप और नारियल की प्रतिमा बनवाई थी। उसे भी लोगों ने खूब पसंद किया था। इन प्रतिमाओं को कोरबा के कलाकार गोरे स्वर आकृति दी जाती है। इस साल भी बनाई गई २१ हजार चंडी के सिक्के की प्रतिमा को उन्हीं ने ही आकृति दी है।
नवरात्री के तीन दिनों तक हजारों लोगों ने चांदी के सिक्के से बनी प्रतिमा को देखने पहिंचे और सभी होते नजर आये।
सभी पर माँ दुर्गा की कृपा बनी रहे। इसी आशा के साथ
आदि शक्ति माता को प्रणाम।
जिला मुख्यालय जांजगीर से लगे नैला के रेलवे स्टेशन के पास श्री-श्री दुर्गा उत्सव समिति द्वारा विराजित की गई दुर्गा की प्रतिमा को देखने लोगों की भीड़ जुट रही है। मूर्ति की खासियत यह है की नव दुर्गा की प्रतिमा में २१ हजार चांदी के सिक्के जड़े गए हैं। इस मूर्ति की अनुमानित कीमत ८० से ९० लाख बताई जा रही है। नवरात्री के छठवें दिन शाम को जब दुर्गा को अद्भुत प्रतिमा स्थापित की गई, उसके बाद नैला स्टेशन के पास लोगों की सुबह से देर रात तक भीड़ लगी रही। समिति के सदस्यों ने बताया की संभवतः इस तरह की प्रतिमा अन्य राज्यों में माँ दुर्गा की प्रतिमा विराजित नहीं की गई है। छत्तीसगढ़ में तो ऐसी अद्भुत प्रतिमा और धन दुर्गा पहली बार विराजित हुई हैं।
समिति द्वारा पिछले साल १०-१० रूपये के सिक्के जड़कर माँ दुर्गा की प्रतिमा बनाई गई थी। इस दौरान भी लोगों की आस्था उमड़ी थी। उससे पहले समिति के सदस्यों ने शिप और नारियल की प्रतिमा बनवाई थी। उसे भी लोगों ने खूब पसंद किया था। इन प्रतिमाओं को कोरबा के कलाकार गोरे स्वर आकृति दी जाती है। इस साल भी बनाई गई २१ हजार चंडी के सिक्के की प्रतिमा को उन्हीं ने ही आकृति दी है।
नवरात्री के तीन दिनों तक हजारों लोगों ने चांदी के सिक्के से बनी प्रतिमा को देखने पहिंचे और सभी होते नजर आये।
सभी पर माँ दुर्गा की कृपा बनी रहे। इसी आशा के साथ
आदि शक्ति माता को प्रणाम।
1 comment:
badi sunder jankari.... durgashtami ki shubhkanayen...
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