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29.10.10

तस्वीर में दिख रही एटीएम की पर्ची केवल देखने के लिये है, बल्कि इसमें एक मानवीय संवेदना भी है । जरा गौर से इस एटीएम से निकाली गई रकम और बची हुई रकम को देखिये । 100 रूपये निकालने के बाद इस खाते में शेष रकम मात्र 28 रूपये बची हुई है । अब आप सोचेंगे इस बात से क्या खबर बन रही है  तो अब खबर भी देखें ।
           दुर्ग स्टेशन में हमारे अखबार के रिपोर्टर अनिल राठी  अपनी माताजी के साथ दुर्ग रेल्वे स्टेशन में आज दोपहर 1.30 बजे गोंदिया जाने वाली ट्रेन में बैठाने स्टेशन पहुंचे । दोपहर 2.05 बजे पर रायपुर की ओर जाने वाली ट्रेन प्लेटफार्म में खडी हुई थी कि तभी  उसकी नजर एटीएम पर उमडी भीड की ओर पडी । वहां जाने पर पता चला कि इस 128 रूपये शेष रकम वाले खाते से निकाला गया सौ रूपये एक तरफ से छपा हुआ था और दुसरी ओर से कोरा । वह लडका रूआँसा हो रहा था क्योंकि उसके पास पैसे नही थे और उसकी गाडी छुटने को थी ,   इस संवाददाता  नें उस लडके को तत्काल 200 रूपये देकर ट्रेन की ओर भेजा और इस एक तरफ से कोरे नोट को लेकर कार्यालय पहुंचा । नोट देखने के बाद बडी देर विचार विमर्श हुआ और तय किया गया कि इस नोट को संभाल कर रखा जाय ।  लेकिन एक बात दिमाग में ये बराबर उठ रही है कि क्यों ना रिजर्व बैंक इसी तरह के नोटों को छापना शुरू कर दे ........
एक तरफ की छपाई का पूरा खर्चा बच जाएगा साथ ही पूरा कोरा नोट बैंक वालों को भी दिखाई दे जाएगा ।

2 comments:

Anonymous said...

अच्छा नोट है
बैंक के काम का है और पब्लिक के बिना काम का

हा हा हा हा हा हा हा हा हा

रंजन said...

500 में ये नोट मुझे दे दो :)