भारत एकता: ***हम बन ना सके इन्सान कभी,...: "वन्दे मातरम दोस्तों, ***भगवान बनने के रखी तमन्ना, हम बन ना सके इन्सान कभी,... ***दुसरे के सुख से सदा दुखी रहे, खुद के सुख का न किया सम्मान..."
24.10.10
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अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
भारत एकता: ***हम बन ना सके इन्सान कभी,...: "वन्दे मातरम दोस्तों, ***भगवान बनने के रखी तमन्ना, हम बन ना सके इन्सान कभी,... ***दुसरे के सुख से सदा दुखी रहे, खुद के सुख का न किया सम्मान..."
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